देहरादून: पुलिस ने किया प्रेमनगर क्षेत्र में महिला की हत्या का खुलासा, हत्यारा गिरफ्तार

0
39

देहरादून। राजधानी पुलिस ने प्रेमनगर छेत्र में हुई महिला की हत्या का खुलासा कर दिया है। महिला की हत्या पैसों के लेनदेन के चलते हुई थी। विगत 12 अप्रैल शाम को थाना प्रेमनगर को सूचना प्राप्त हुई कि विंग नं0 01 क्षेत्र में एक महिला अपने घर में मृत अवस्था में पडी है. मौके पर एक महिला जिसका नाम मंजीत कौर पत्नी दलजीत सिंह निवासी विंग न01 बैरक न011/10 प्रेमनगर अपने कमरे में फर्श पर मृत अवस्था में पडी थी। मृतका के शव का निरीक्षण करने पर किसी धारदार हथियार से मृतका का गला रेतकर उसकी हत्या किया जाना प्रकाश में आया।

घटना के अनावरण तथा उसमें सलिंप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पर्यवेक्षण में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। अभियोग की विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि मृतक महिला की उम्र 77 वर्ष थी तथा वह थ्त्प् से 2006 में सेवानिवृत्त हुयी थी। महिला तलाकशुदा थी ,जिसका तलाक 1977 में हुआ था तथा महिला की दो पुत्रियां जिनका नाम 1- जसविंदर कौर व इन्द्रप्रीत कौर जो दिल्ली व फरीदाबाद में निवासरत हैं और वहीं पर अपना व्यव़साय करते हैं।
मृतक महिला के कमरे से प्राप्त दस्तावेजों से मृतक महिला का बैंक/ निजी व्यक्तियों से ब्याज पर पैसे देने का व्यवसाय प्रकाश में आया है तथा महिला के बैंको में प्रचलित खातों में लाखों रुपयों की धनराशि का आहरण वितरण भी होना पाया गया।

घटना के खुलासे के लिए प्रयासरत पुलिस को सोमवार को सीसीटीवी कैमरो के अवलोकन से एक संदिग्ध व्यक्ति मृतका के घर की ओर जाता हुआ दिखाई दिया, जिस पर प्रभावी सुरागरसी-पतारसी कर उक्त संदिग्ध व्यक्ति के सम्बन्ध मंे जानकारियां एकत्रित की गयी तथा दिनांक: 17-04-23 को घटना में संलिप्त अभि0 पंकज शर्मा उर्फ बंटी पुत्र स्व0 रमेश चन्द्र शर्मा निवासी 49 ए जनरल विंग प्रेमनगर को दशहरा ग्राउण्ड के पास से गिरफ्तार किया गया, जिसकी निशानदेही पर घटना के समय अभियुक्त द्वारा पहने गये रक्त रंजित वस्त्र प्रयोग में लाया गया पानी का गिलास तथा कमरे का रक्त रंजित पर्दा बरामद किया गया।

पूछताछ में पंकज शर्मा ने बताया कि उसने वर्ष 2010 में मोहल्ले में ही परचून की दुकान खोली थी जो कि कुछ खास नहीं चलती थी तथा कोरोना काल में दुकान पूर्ण रूप से बंद हो गयी थी तथा आय का साधन खत्म हो गया था। मेरे पास अपने पुत्र की स्कूल की फीस जमा करने के पैसे भी नहीं थे, मुझे पैसों की सख्त जरूरत थी, जिस कारण मैने 2022 में बन्धन बैंक से 80 हज़ार रू0 का लोन लिया, जिसमें मेरे पडोस मे रहने वाली महिला सीमा लाम्बा द्वारा मेरी मदद करते हुए 10 हज़ार रू0 चुकाये थे। सीमा मेरी लोन पार्टनर भी थी, हम दोनो के द्वारा बन्धन बैंक के अलावा यूनियन बैंक से भी लोन उठाया गया था, इसके अतिरिक्त अन्य जगहों से लिये गये कर्ज की किस्तें भी मेरे द्वारा चुकाई जा रही थी। मेरे द्वारा कुछ पैसा सीमा से भी उधार लिया गया था। सीमा को वृंदावन जाना था, इसलिये वह लगातार मुझसे अपना पैसा वापस मांग रही थी। जिस पर मैं घटना के दिन सुबह लगभग 09ः30 बजे मंजीत कौर के पास पैसा उधार मांगने गया पर उसने मुझे पैसा उधार देने से साफ इंकार कर दिया। उसके पश्चात टेंशन में मैने दोपहर मे शराब पी तथा शाम को करीब 06ः30 से 07ः00 बजे के बीच दोबारा मंजीत कौर के घर पैसा मांगने गया। उस समय मंजीत कौर अपने घर में सब्जी काट रही थी, मेरे द्वारा पुन: पैसा मांगने पर उन्होने पैसा देने से इंकार कर दिया जिस पर मैने टेबल पर पडे सब्जी काटने वाले चाकू से उनके गले पर वार कर दिया, जिससे वह मुहं के बल नीचे गिर गयी और उसकी मृत्यू हो गयी। जिसे देख के मुझे पसीना आने लगा मैने मंजीत कौर की रसोई में जाकर कांच के गिलास में पानी पिया और उनके घर से चुपचाप निकल कर अपने घर आ गया। अपने घर पर मैने घटना के समय पहने महरुम कलर की टी-शर्ट, ग्रे कलर की पेंट जींस को छत पर जाने वाली सीढीयों के नीचे छुपा दिया व चुपचाप सामान्य तरीके से रहने लगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here