कड़ाके की ठंड में फिर चढा़ प्रदेश का सियासी पारा, हरक सिंह दिल्ली रवाना, कांग्रेस में हो सकते हैं शामिल!

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देहरादून। पिछले काफी दिनों से प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में सबसे अधिक सुर्खियों में रहने वाले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत आज अचानक दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। जहां वह कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। हरक सिंह रावत के साथ ही उनकी बहू अनुकृति गोसाई भी कांग्रेस का दामन थाम सकती हैं। यदि सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो कल या फिर मंगलवार तक हरक सिंह रावत कांग्रेस के हो जाएंगे। विश्वस्त सूत्र बता रहे हैं कि हरक सिंह रावत की कांग्रेस में वापसी के लिए हरीश रावत भी मान गए हैं। हरक सिंह रावत के लिए डोईवाला तो उनकी बहू अनुकृति गोसाई के लिए लैंसडाउन की सीट कांग्रेस से लगभग फाइनल हो चुकी है।

अभी तक डोईवाला से दावेदारी कर रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को रायपुर विधानसभा में भेजा जा सकता है। रायपुर विधानसभा में हीरा सिंह बिष्ट की मजबूत पकड़ मानी जाती है। हालांकि रायपुर विधानसभा में पिछले 5 वर्षों से सक्रिय रहकर लगातार मेहनत कर रहे वरिष्ठ कांग्रेसी प्रभुलाल बहुगुणा को इससे झटका लगना स्वाभाविक है।

वहीं भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए कद्दावर एवं बड़े जनाधार वाले नेता महेंद्र प्रताप सिंह ‘नेगी गुरुजी’ भी पार्टी के इस फैसले से कुछ विचलित हो सकते हैं। क्योंकि वह भी लगातार सक्रिय रहकर रायपुर विधानसभा में अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हुए हैं। विगत दिसंबर माह में उन्होंने रायपुर विधानसभा में एक बडे कार्यक्रम का आयोजन कर हजारों की संख्या में समर्थकों की भीड़ जुटाई थी। भीड़ को देखकर चुनाव संचालन अभियान समिति के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल गदगद नजर आए थे। अब देखने वाली बात यह होगी कि यदि हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल होते हैं तो पार्टी डोईवाला में लगातार सक्रिय और मजबूती से टिकट के लिए दावेदारी कर रही महिला कांग्रेस सेवा दल की प्रदेश अध्यक्ष हेमा पुरोहित एवं रायपुर से तैयारी कर रहे प्रभुलाल बहुगुणा एवं महेंद्र प्रताप सिंह नेगी गुरुजी को कैसे मैनेज करती है।

भाजपा ने हरक को उनके हाल पर छोडा़
पुख्ता सूत्रों का कहना है कि हरक सिंह रावत की बार-बार नाराजगी और दबाव से भाजपा परेशान हो चुकी है और वह अब हरक सिंह रावत को मनाने के मूड में बिल्कुल नहीं है। हरक सिंह रावत खुद अपने साथ-साथ अपनी बहू को भी टिकट चाहते हैं लेकिन बीजेपी आलाकमान ने इसको लेकर साफ इनकार कर दिया है। माना जा रहा है कि भाजपा अब और ज्यादा हरक को मनाने को तैयार भी नहीं है। आपको बता दे कि भाजपा ने लैंसडाउन विधानसभा से अकेले वर्तमान विधायक दिलीप रावत का ही नाम भेजा है। ऐसे में समझा जा सकता हैं कि भाजपा अब हरक को मनाने को तैयार नही है।

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