कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने हरक सिंह को लगाया फोन, कराई हरीश रावत और यश्पाल आर्य की बात, सुनें वार्ता

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देहरादून। प्रदेश में आई आपदा के बाद आज अचानक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को फोन मिला दिया। उन्होंने कहा कि आपसे हरीश रावत जी बात करना चाहते हैं। इस पर दूसरी तरफ से हरक सिंह रावत ने कहा कि करा दीजिए बात:-
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को फोन मिलाते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल : एक मिनट हां, मिन ब्वालि द्वी भाईयों तैं मिलै द्यूंद जरासि। एक मिनट-एक मिनट।


हरीश रावत : हैलो नमस्कार, नमस्कार। मैंने कहा आपदा के समय में सांप और नेवला जो है दोनों एक ही उसमें तैर जाते हैं, हम तो दोनों भाई हैं। ये हमारे लोगों पर बड़ी आपदा आई है, आप फॉरेस्ट मिनिस्टर हो। ये आपदा आई है चुकम गांव है चुकम गांव, मोहान के सामने। उन पर। और एक सुंदरखाल में आई है। और मेरी रिक्वेस्ट भी है और सलाह भी है कि अब ये दोनों गांवों को आ करके जरा सा देखिए। जिस समय आप और हम एक ही जगह थे यशपाल आर्य भी हैं यहां पे बैठे हुए, एक ही जगह थे, उस समय हमने इनका विस्थापन का कागज चलाया था। सुंदरखाल का भी और चुकम का भी चलाया था। इस समय आपके प्रिंसिपल सेक्रेटरी के पास या सेक्रेटरी के पास कहीं फाइल रुकी पड़ी है, उसको जरा धक्का लगवा दो। देखिए भाई साहब! हम लोग कर जाते तो इस समय हमको पुण्य मिलता। अब आज आप तो कम से कम पुण्य करने की स्थिति में हो, जरा हाथ लगाओ और वो सुंदरखाल वालों के लिए लाइट की व्यवस्था करवा दो। वहां के लिए लाइट की व्यवस्था करा दो। वैसे मैंने मिसेज धकाते से बात की है, मैंने कहा भई जरा लिबरल एटीट्यूट अपनाओ, इस समय स्ट्रिक्ट फॉरेजनिंग से नहीं होगा। और यहां भी वहीं प्रोब्लम है, जरा इसको, आकरके देख लो एक चक्कर न। एक चक्कर आकरके देख लो। और जरा यशपाल आर्य जी से बात कर लो, ये ज्यादा…

सुनिये बातचीत


यशपाल आर्य : हैलो भाई साहब नमस्कार! प्रणाम भाई साहब प्रणाम! आज आपसे बात हो पाई है, मैं भी… हैं… भाईसाहब आप कर सकते हैं भाई साहब न कर सकते हैं आपके अंदर क्षमता है, न आप कर सकते हैं आग आप एक दिन यहां पे विजिट कर लें, मैं भी रहूंगा साथ में। न क्योंकि बहुत बुरी बड़ी दयनीय स्थिति है यहां तो कुछ बचा ही नहीं है, सब जमीन वमीन सब बह गई है, खेत बह गए हैं इनके, सुंदरखाल में वहां कह दिया है डीएफओ से कह दिया कल, आपने भी बात की है, रावत जी ने भी बात की है कल, डीफओ से से न वहां, सुंदरखाल में वहां पर… हां हां हां … ये रामनगर रामनगर रामनगर में है। हैं… हां जोशी होंगे, अनिल जोशी नाम क्या है उनका, हां हां, तो उसको भाई साहब दो-चार दिन में जब समय निकाल के एक बना लीजिए, आप देखेंगे खुद आप द्रवित हो जाएंगे। विस्थापन भी होना है, फिलहाल इनको एक फौरी व्यवस्था भी हो जाए इनकी रहने की और कुछ … है ना… ठीक भाईसाहब ठीक… अच्छी बातचीत हो गई हमारी आपकी… हैंकृठीक मिलते हैं भाई साहब धन्यवाद, धन्यवाद।

फोन पर हुई बातचीत को सुनकर अब आपको यकीन हो गया है कि कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने आपदा के बाद बेघर हुए प्रभावितों की मदद कर दी जो पूर्व सीएम हरीश रावत के कहे अनुसार उन्हें इस मदद के लिए पुण्य प्राप्त हो सकता है। हरीश रावत के आपदा में सांप-नेवला एक साथ तैरने से तात्पर्य यह है कि भले ही वे और हरक सिंह रावत दोनों अलग-अलग दलों में हो, किंतु आपदा के समय सभी को एकजुट होकर राहत व बचाव कार्यो पर सामूहिक रूप से प्रयास करना चाहिए।
बहरहाल, सियासत के मंझे हुए खिलाड़ी हरीश रावत हर बार की तरह इस बार भी हरक सिंह रावत से आपदा पीड़ितों की मदद करने को लेकर फोन पर बातचीत करने के बाद प्रदेशवासियों की खूब वाहवाही लूट रहे हैं।


हालांकि हरक सिंह रावत के बारे में कहा जाता है कि वे जो ठान लेते हैं वो करके दिखाते हैं, ऐसे में हरदा के अनुरोध पर हरक की कार्यवाही से यदि आपदा पीड़ितों की दयनीय स्थिति में फरक पड़ जाता है तो आने वाले समय में निश्चित रूप से हरक के साथ-साथ हरदा-आर्य की झोली में भी इसका पुण्य गिरने की संभावना अधिक बढ़ जाती है। अब देखना यह है कि आज की सियासतभरी बातचीत के बीच आपदा पीड़ितों की सुध कब तक ली जाती है!

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