देहरादून। चारधाम यात्रा में ऑनलाइन पंजीकरण की बाध्यता समाप्त करने और जगह-जगह यात्रियों के बैरियरों पर रोके जाने से नाराज यात्रा कारोबारी व्यवस्था के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। उत्तरकाशी में होटल कारोबारियों ने कल सरकार के इस फैसले के विरोध में गंगोत्री हाइवे पर चक्का जाम करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में कार्यवाही की मांग को लेकर होटल कारोबारियों ने एडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया है।
होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी से जुड़े कारोबारियों ने आज एक बैठक आयोजित की जिसमें चारधाम यात्रा में सरकार के निर्णय से हो रही समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि सरकार चार धाम यात्रा में ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था को तत्काल समाप्त करें और यात्रियों को बैरियर पर अनावश्यक ना रोके।
एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूडा ने कहा कि चारों धाम में यात्रियों की सीमित संख्या के कारण होटल के कमरे सीजन के समय में भी खाली चल रहे हैं। चारों धामों में यात्रियों की एडवांस बुकिंग भी कैंसिल हो रही है और कोरोना काल के बाद यात्रा से कारोबारियों को बहुत उम्मीद थी लेकिन सरकार ने यात्रा के बीच में ऑनलाइन पंजीकरण के बाद लागू करके कारोबार को नुकसान पहुंचाने का काम किया है।
गोपेश्वर पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यापारी भी पंजीकरण अनिवार्यता की बाध्यता के खिलाफ 5 जून को बद्रीनाथ बाजार को बंद कराएंगे। तीन-चार दिनों से बद्रीनाथ यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या में खासी कमी आई है। जहां शुरुआती दौर में बद्रीनाथ की यात्रा में प्रतिदिन 18 से 20हजार यात्री आ रहे थे वहीं पिछले तीन-चार दिनों से अचानक यात्रियों की संख्या में कमी आने लगी है। बुधवार को 11366 यात्री, गुरुवार को 11523 और शुक्रवार को 10378 यात्री बद्रीनाथ पहुंचे, जो संख्या पहले 18 से 20 हजार चल रही थी। यात्रियों की कम संख्या के चलते होटल एवं पर्यटन कारोबारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है।