मुर्गी फार्म में चल रही थी ड्रग्स की फैक्ट्री, छापेमारी में करोड़ों की ड्रग्स बरामद सरगना गिरफ्तार

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देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ और पुलिस ने नानकमत्ता में बड़ी कार्रवाई कर MDMA ड्रग फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। उत्तराखंड से नेपाल और मुंबई तक फैले इस नेटवर्क के मुख्य सरगना कुनाल कोहली को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में प्रतिबंधित केमिकल और तैयार ड्रग्स बरामद किए गए। इस सराहनीय कार्रवाई के लिए डीजीपी दीपम सेठ ने पुलिस टीम को ₹1 लाख का पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।

महाराष्ट्र के ठाणे में गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया कि उत्तराखंड-नेपाल सीमा पर पिथौरागढ़ के थल क्षेत्र में पोल्ट्री फार्म में मोनू गुप्ता और कुनाल कोहली ने ड्रग फैक्ट्री लगाई थी। 26 जून को पिथौरागढ़ में एक पोल्ट्री फार्म पर छापा मारकर केमिकल्स बरामद किए गए, लेकिन आरोपी फरार हो गए।

नेपाल भागे कुनाल कोहली और उसके साथी 14 जुलाई को नानकमत्ता में गिरफ्तार किए गए।

गिरोह उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में फार्म किराए पर लेकर ड्रग फैक्ट्री चला रहा था। आरोपी विभिन्न शहरों से केमिकल मंगाकर ड्रग तैयार करते और मुंबई में सप्लाई करते थे।

कुनाल कोहली ने बताया कि गिरोह ने पहले चम्पावत, फिर पिथौरागढ़ के थल में पोल्ट्री फार्म की आड़ में फैक्ट्री चलाई।
तैयार माल को मुंबई में बेचा जाता था।

पुलिस की कार्रवाई के डर से यह लोग नेपाल भाग गए थे और वापस लौटकर बचे हुए माल को ठिकाने लगाने की योजना बना रहे थे।

बरामदगी:MDMA: 7.41 ग्राम

प्रीकर्सर केमिकल:

डाईक्लोरोमीथेन: 57.5 लीटर

एसीटोन: 20 लीटर

हाइड्रोक्लोरिक एसिड: 47.5 लीटर

मिथाइलमाइन: 0.5 लीटर

सोडियम हाइड्रॉक्साइड: 28 किलो

बरामद केमिकल्स से करीब 6 किलो MDMA बन सकता था, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग ₹12 करोड़ है।

ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान पर पुलिस का बयान:

“अभियुक्तों की गिरफ्तारी के साथ ही उनकी पूरी वित्तीय श्रृंखला की जांच की जा रही है। अवैध संपत्तियों को जब्त करने और लंबे समय तक जेल में रखने की कार्रवाई की जा रही है। राज्य में ड्रग्स में इस्तेमाल होने वाले प्रीकर्सर केमिकल्स और फार्मा यूनिट्स की सघन निगरानी की जा रही है। प्रत्येक थाने को ड्रग डिटेक्शन किट भी उपलब्ध कराई गई है।”डीजीपी