कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बने गोदियाल, प्रीतम हरक सिंह को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी

5

देहरादून। लंबी जद्दोजहद और काफी सोच विचार के बाद कांग्रेस ने भाजपा के आकाश में अपने योद्धा उतार दिए हैं। कांग्रेस की नई टीम की घोषणा होते ही भाजपा की चुनौती कई गुना बढ़ती दिख रही है। देर रात कांग्रेस आलाकमान ने लोकसभा चुनाव में हार के बावजूद जमीनी स्तर पर भाजपा को परेशान कर रहे गणेश गोदियाल को एक बार फिर संगठन की बागडोर सौंपी है।

मौजूदा अध्यक्ष करण माहरा को हटाते हुए गोदियाल को आगे लाकर कांग्रेस ने अपने इरादे जता दिए। हालांकि, 2022 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद इसी आलाकमान ने गोदियाल को संगठन अध्यक्ष पद से हटा दिया था। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में गोदियाल ने जबर्दस्त ढंग से चुनाव लड़ते हुए भाजपा को अतिरिक्त मेहनत के लिए मजबूर कर दिया था।गोदियाल के कड़े चुनावी सँघर्ष को कांग्रेस आलाकमान ने भी सराहा था। बहरहाल, 11 नवंबर को कांग्रेस ने गणेश गोदियाल, प्रीतम सिंह रावत व हरक सिंह रावत को चुनाव की बागडोर देकर भाजपा के रणनीतिकारों को भी नये सिरे से सोचने पर मजबूर कर दिया।

बीते कुछ समय से राजनीतिक जिम्मेदारी से मुक्त चल रहे हरक सिंह रावत को चुनाव प्रबंधन कमेटी का अध्यक्ष बनाकर चुनावी माहौल बनाने की कोशिश की है। 2022 में चुनाव नहीं लड़ने वाले हरक सिंह इन दिनों सीबीआई व ईडी का सामना भी कर रहे हैं। बावजूद इसके हरक सिंह भाजपा पर कड़े प्रहार करने से नहीं चूक रहे हैं। चुनावी माहौल बनाने में हरक सिंह की विशिष्ट शैली पार्टी के बहुत काम आएगी। हालांकि, अब केंद्रीय जांच एजेंसी हरक सिंह पर ज्यादा कड़ा शिकंजा कस सकती है।

कांग्रेस आलाकमान ने चकराता से पार्टी विधायक प्रीतम सिंह को 2027 के लिए चुनाव प्रचार कमेटी का अध्यक्ष बनाया है। प्रीतम सिंह का विधानसभा के अंदर और बाहर आक्रामक प्रदर्शन रहता है। बीते दिनों प्रीतम सिंह ने देहरादून की जिला पंचायत अध्यक्ष सीट जीतकर भाजपा को करारी हार दी थी।

कांग्रेस ने गढ़वाल से गोदियाल, हरक व प्रीतम का चयन कर चुनावी जंग का ऐलान कर दिया है। साथ ही संगठन के जिलों में भी अध्यक्षों की नियुक्ति कर मुकम्मल टीम मैदान में उतार दी है। जमीन पर भाजपा से भिड़ने की जिम्मेदारी गढ़वाल के कंधों पर है तो विधानसभा में मोर्चा संभालने का अहम कार्य नेता विपक्ष यशपाल आर्य और उपनेता भुवन कापड़ी सम्भाल रहे हैं।

कांग्रेस की नई टीम के गठन में पूर्व सीएम हरीश रावत के बीते दिनों खेले गए ब्राह्मण कार्ड की भी अहम भूमिका मानी जा रही है। जिलाध्यक्षों में भी इसकी झलक मिल रही है। हालांकि, करण माहरा के करीबी हरक सिंह को चुनाव प्रबन्धन की जिम्मेदारी देते हुए पार्टी के अंदर संतुलन बनाने की भी कोशिश की गई है। अब हरक की नई भूमिका को हरीश रावत कैम्प किस हिसाब से लेता है, यह देखना भी दिलचस्प रहेगा।

कांग्रेस हाईकमान ने सक्रिय हरदा को सीधे तौर पर कोई चुनावी जिम्मेदारी तो नहीं दी है लेकिन नयी टीम में उनके पसन्दीदा गोदियाल और प्रीतम सिंह को भारी भरकम जिम्मेदारी अवश्य दी। कांग्रेस की नई टीम का ऐलान होते ही पार्टी के अंदर करंट दौड़ता दिखाई दे रहा है। उधर, टूटी फूटी कैबिनेट लिए सीएम धामी और भाजपा आलाकमान को कांग्रेस के इन नए फाइटर्स के हमलों को नाकाम करने के लिए भगीरथ प्रयास करने होंगे । चुनावी जंग रोचक मोड़ पर पहुंचती दिखाई दे रही है। आने वाले कल में राजनीतिक उठापटक का दौर चलने की पूरी उम्मीद है।

 

देहरादून। कांग्रेस हाईकमान ने गणेश गोदियाल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही प्रीतम सिंह को प्रचार समिति का अध्यक्ष और डॉ. हरक सिंह रावत को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है। वहीं, निवर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा को कांग्रेस कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य भी नियुक्त किया है। बता दें कि गोदियाल दूसरी बार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए हैं। इससे पहले वह 22 जुलाई 2021 से 10 अप्रैल 2022 तक यह दायित्व निभा चुके हैं।

केंद्रीय नेतृत्व ने लम्बे समय से प्रतीक्षित उत्तराखंड कांग्रेस, जिला और शहर कांग्रेस के अध्यक्षों की सूची जारी कर दी है। प्रदेश कांग्रेस मीडिया चेयरमैन राजीव महर्षि ने बताया कि गणेश गोदियाल को उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है। प्रीतम सिंह को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष और चुनाव प्रबन्धन समिति का अध्यक्ष हरक सिंह रावत को बनाया गया है। करण माहरा को कांग्रेस कार्य समिति का विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। साथ ही जिला और शहर कांग्रेस के अध्यक्षों की सूची भी जारी कर दी गई है। महर्षि ने बताया की मनोज यादव को प्रदेश कांग्रेस का सह प्रभारी बनाया गया है।