देहरादून। कांग्रेस सेवादल एवं कांग्रेस सोशल मीडिया से जुड़े प्रदेश कांग्रेस ने नेताओं ने प्रेसवार्ता कर दिल्ली में DDA द्वारा झंडेवालान मन्दिर में की गई ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के खिलाफ संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह मामला साधारण नहीं बल्कि ऐतिहासिक विरासत और धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है।
भास्कर चुग ने कहा कि पेशावर के झंडा बाज़ार में स्थित ‘मंदिर दरगाह पीर रतन नाथ जी’ आज भी पाकिस्तान में बचे हुए कुछ गिने- चुने हिंदू मंदिरों में से एक हैं, जहां शिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। यह 1400 साल पुराना मंदिर ‘नाथ संप्रदाय’ की एक अत्यंत दुर्लभ और पवित्र शाखा का प्रतिनिधित्व करता है। यह श्री पीर रतन नाथ जी की गद्दी है, जो गुरु गोरखनाथ जी के प्रत्यक्ष शिष्य थे। विभाजन के बाद, बाबा मनमोहन दास जी इस पवित्र ‘जोत’ (आध्यात्मिक लौ) को लेकर दिल्ली आए और झंडेवालान में इस मंदिर की स्थापना की। यह केवल ईंट-पत्थर का ढांचा नहीं है, यह उस ‘नाथ परंपरा का जीवंत प्रतीक है, जिसने कठिन से कठिन परिस्थितियों में-चाहे वह काबुल हो या पेशावर हिंदू धर्म और संस्कृति को जीवित रखा है। इस स्थान के अनुयायी और महंत आज भी सीमा पार उन स्थानों की सेवा करते हैं।

उन्होंने कहा कि 29 नवंबर 2025 दिन शनिवार को, जब पूरी दिल्ली में प्रदूषण के कारण GRAP के कड़े प्रतिबंध लागू थे और हर तरह के निर्माण व ध्वस्तीकरण पर रोक थी, तब DDA और प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ मिलकर इस पवित्र स्थल पर बुलडोजर चला दिया। बिना किसी पूर्व सूचना के मंदिर की प्राचीन दीवारों और संरचनाओं को गिरा दिया गया और अब वहां स्टील की शटरिंग लगाकर नाकेबंदी कर दी गई है।
चुग ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स और स्थानीय निवासियों का सीधा आरोप है कि यह पूरी कार्रवाई पास में स्थित RSS मुख्यालय ‘केशव कुंज’ के विस्तार के लिए की जा रही है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक 1400 साल पुरानी आध्यात्मिक विरासत को केवल इसलिए कुचला जा रहा है ताकि एक संगठन के कार्यालय के लिए पार्किंग या रास्ता बनाया जा सके।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या ‘पार्किंग’ का महत्व ‘परमार्थ’ और ‘प्रार्थना’ से अधिक हो गया है?
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते प्रदेश प्रवक्ता भास्कर चुग
देश को यह जानना आवश्यक है कि यह कोई साधारण मंदिर नहीं है। ‘हर श्री नाथ’ संप्रदाय की जड़ें पेशावर और अफगानिस्तान में हैं। विभाजन के बाद बाबा मनमोहन दास जी ने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों के लिए इसे एक आध्यात्मिक घर के रूप में स्थापित किया था। आज भी पेशावर के झंडा बाज़ार में इस संप्रदाय का मंदिर खड़ा है, जो वहां के हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। जो पुजारी और अनुयायी आज भी काबुल और पेशावर जैसी विषम परिस्थितियों में हिंदू धर्म की ज्योति जलाए हुए हैं, उनके दिल्ली स्थित मुख्य केंद्र पर इस तरह का हमला शर्मनाक है। यह कार्रवाई न केवल भारत में बल्कि सीमा पार बैठे हमारे हिंदू भाइयों के विश्वास को भी चकनाचूर करती है।
हमारी सरकार से मांग है:
1. केशव कुंज की पार्किंग के लिए मंदिर की जमीन कब्जाने के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच हो
2. मंदिर की नाकेबंदी तुरंत हटाई जाए और तोड़े गए हिस्से का पुनर्निर्माण कराया जाए
3. स्थान का जितना भू भाग सरकारी विभागों ने कब्ज़ाया है उसे तुरंत स्थान को वापस किया जाये
4. GRAP नियमों का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो l
पत्रकार वार्ता को कांग्रेस सेवादल के प्रदेश प्रवक्ता भास्कर चुग, प्रदेश प्रवक्ता अशोक मल्होत्रा, कांग्रेस सोशल मीडिया के प्रदेश उपाध्यक्ष सरदार बलजीत सिंह ने संयुक्त रूप से सम्बोधित किया और कहा कि यदि सरकार मंदिर की जमीन वापस नहीं करती और बाकी मांगो को पूरा नहीं करती अपनी मांगो के समर्थन में और भी अन्य आंदोलनात्मक कदम उठाने को मजबूर होंगे। पत्रकार वार्ता में मुख्य रूप से उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश सचिव गुलाब धीमान, सोमपाल सिंह, नगर अध्यक्ष भुवन चंद्र पंत, कांग्रेस एससी विभाग के प्रदेश प्रवक्ता श्रवण ओझा मौजूद रहे l










