पुलिस वीडियो और सीसीटीवी से कर रही पहचान, सड़कों पर आए सैकड़ों लोगों को पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई की जानकारी देकर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की थी। इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग सड़क से हटने को तैयार नहीं हुए
देहरादून। पैगंबर मोहम्मद साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर सोमवार देर शाम को सड़कों पर उतरे मुस्लिम समाज के लोगों के खिलाफ हंगामा करने के आरोप में पटेलनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। उस दौरान बने वीडियो और आसपास के सीसीटीवी फुटेज से हंगामा करने वालों की पहचान की जा रही है।
वीडियो
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस घटनाक्रम में दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पहला मुकदमा सोमवार रात आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले के खिलाफ दर्ज किया गया और आरोपी को फौरन गिरफ्तार करके आपत्तिजनक पोस्ट को हटवाया गया। उस दौरान सड़कों पर आए सैकड़ों लोगों को पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई की जानकारी देकर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की थी। इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग सड़क से हटने को तैयार नहीं हुए।
प्रदर्शन के दौरान सड़कों पर नारेबाजी करके धार्मिक उन्माद फैलाने और शांति व्यवस्था को प्रभावित किया जा रहा था। ऐसे में आम लोगों के साथ आसपास के अस्पतालों की तरफ जाने वाली एंबुलेंस जाम में फंसी थीं। पुलिस को बल प्रयोग करके उन्हें तितर -बितर करना पड़ा। एसएसपी ने कहा कि जिस तरह से 700 से ज्यादा लोगों की भीड़ एकाएक सड़कों पर उतरी और उपद्रव की कोशिश की, उससे पूरे घटनाक्रम के पीछे साजिश से इन्कार नहीं किया जा सकता। इस सिलसिले में जांच की जा रही है
सीओ अंकित कंडारी ने बताया कि पुलिस बल ने भीड़ को तितर -बितर करने की कोशिश की तो भीड़ से कई लोग पुलिस पर हमलावर हो गए। खींचतान और धक्का-मुक्की में एक महिला सिपाही शिखा चौधरी के अलावा सिपाही विनोद कुमार, सिपाही प्रवीण कुमार, सिपाही संदीप कुमार और सिपाही मंजीत सिंह को चोटें आई हैं, जिनका मेडिकल परीक्षण करवाया गया है। इस संबंध में उपनिरीक्षक हर्ष अरोड़ा की तहरीर पर हुड़दंग और धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पटेलनगर के संवेदनशील स्थानों पर फ्लैग मार्च किया गया है। सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों की तलाश और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।