भारी बारिश से चली गई 13 लोगों की जान, तीन घायल 16 का अभी भी कोई सुराग नही, देखें सूची

56

 

देखें, आपदा परिचालन केन्द्र द्वारा जारी मृतकों, घायलों एवं लापता लोगों की सूची

देहरादून। रविवार शाम से शुरू हुई मूसलाधार बारिश के चलते जिले भर में हर तरफ तबाही मचाई है। इस दौरान देहरादून में 13 व्यक्तियों की मौत हो गई है। जबकि तीन व्यक्ति घायल और 16 लोग लापता हैं। जिला आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार देहरादून में अतिवृष्टि के कारण 13 व्यक्तियों की मृत्यु, 03 व्यक्ति घायल और 16 व्यक्ति लापता हुए है। वहीं सरकारी एवं निजी परिसंपत्तियों का भी भारी नुकसान हुआ है। देहरादून जनपद के सभी विकासखंडो में 13 पुल, 10 पुलिया, 02 मकान, 31 दीवार, 02 अमृत सरोवर, 12 खेत, 12 नहर, 21 सड़के, 7 पेयजल योजना, 08 हॉज, 24 पुस्ता आदि परिसंपत्तियों का भारी नुकसान हुआ है। हालांकि क्षतिग्रस्त मकानों की संख्या कहीं अधिक हो सकती है। राजपुर क्षेत्र के केरवान गांव में नदी अभी खतरनाक रूप धारण किए हुए है और पानी गांव को जाने वाले पुल के ऊपर बह रहा है। प्रधान प्रतिनिधि राजेश रमोला स्वयं मौके पर रहकर हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं।

केरवान गांव के पास खतरनाक रूप से बह रही नदी का पानी पुल के ऊपर पहुंचा

मझाडा में तीन लोग मलबे में दबे होने और एक व्यक्ति लापता होना बताया गया है। यहां पर कुछ आवासीय भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवन, सामुदायिक केंद्र, 13 दुकान, 08 होटल, 03 रेस्टोरेंट सहित सहस्रधारा- कार्लीगाड मोटर मार्ग भूस्खलन के कारण 09 से अधिक स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है। रा.पूर्व.मा.वि. चामासारी में बनाए गए राहत शिविर में कुछ प्रभावित लोगों को ठहराया गया है। शिविर में प्रभावित लोगों से मिलते हुए जिलाधिकारी ने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

 

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से कार्लीगाड में फंसे 70 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं को जल्द बहाल करने का प्रयास जारी है।

जिलाधिकार सविन बंसल ने मालदेवता, सहस्रधारा, मझाडा, कार्लीगाड, सुमननगर आदि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में ग्राउंड जीरो पर पहुंच कर मौजूदा स्थिति और क्षति का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने पीड़ित परिवारों से भेंट करते हुए उन्हें हर संभव मदद पहुंचाने का भरोसा दिलाया। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह और सीडीओ अभिनव शाह भी उनके साथ मौजूद रहे।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्याे में तेजी लाए। लोनिवि एवं पीएमजीएसवाई पर्याप्त संख्या में मैनपावर और मशीनरी लगाते हुए अवरूद्व सड़क एवं संपर्क मार्गाे को शीघ्र सुचारू करें।
प्रभावित क्षेत्रों में ड्राई राशन, राहत शिविर में ठहराए गए लोगों तक फूड पैकेट वितरण सुनिश्चित करते हुए उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध की जाए। जिलाधिकारी ने प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं को तत्काल बहाल करने के निर्देश दिए।

केरवान गांव प्रधान प्रतिनिधि राजेश रमोला मौके पर डटे हुए हैं

सोमवार की रात्रि को अतिवृष्टि के कारण देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों में जनहानि, पशु हानि, सरकारी एवं निजी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। सड़क, संपर्क मार्ग, पुल, पुलिया क्षतिग्रस्त होने से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा की इस कठिन घडी में जिला प्रशासन प्रभावित परिवारों के साथ खडा है। प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर कसर नही छोड़ी जाएगी। आपदा प्रभावित सभी क्षेत्रों में पुलिस, प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ क्विक रिस्पांस टीमें तैनात की गई है। रेस्क्यू कार्य के लिए जो भी आवश्यकता पड रही है, उस पर तत्काल कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।

जिलाधिकारी ने कहा कि प्रभावित परिवार यदि सुरक्षित स्थानों पर किराए में शिफ्ट होना चाहते है तो उनको प्रति परिवार तीन माह तक 4-4 हजार किराया भी दिया जाएगा।

 

भारी बारिश से पांच की मौत 13 लापता, मकडेत से लापता अनिल का शव बरामद, पत्नी का सुराग नही

देहरादून। राजधानी देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में देर शाम से हो रही मूसलधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। सहस्त्रधारा क्षेत्र के कार्लीगाड़ में बादल फटने से कई घर बह गए और भारी नुकसान हुआ। प्रशासन ने पुष्टि की है कि अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 13 लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं केरवान करनपुर के प्रधान राजेश रमोला ने बताया कि मकडेती गांव से पानी में बहकर लापता हुए पति पत्नी में से पति अनिल कुमार की मृत्यु हो गई है। उनकी लाश को प्रशासन ने डालनवाला में नदी से बरामद कर लिया है जबकि पत्नी जया का अभी कोई सुराग नही लग सका है।

सहस्त्रधारा और मालदेवता में तबाही
भारी बारिश के कारण गुच्छूपानी में कई घर बह गए। मालदेवता क्षेत्र में नदी के उफान से सड़क और पुश्ते ध्वस्त हो गए, वहीं एक पुल भी बह गया। यहां कुछ लोगों के दबने की आशंका है, जबकि कई को रातभर चले रेस्क्यू अभियान में सुरक्षित निकाला गया।

मकडेती गांव से लापता हुए अनिल कुमार का शव डालनवाला में नदी से बरामद

देहरादून। राजधानी देहरादून में राजपुर थाना क्षेत्र के मकडेती गांव में देर रात बादल फटने से बड़ा हादसा हो गया। स्थानीय निवासी अनिल कुमार और उनकी पत्नी जया अचानक आए जलप्रलय की चपेट में आकर लापता हो गए। तेज बारिश और मलबे ने न सिर्फ उनका घर बहा दिया बल्कि बाहर खड़ी कार भी बहकर नदी में जा फंसी।

ग्राम प्रधान पति राजेश रमोला उर्फ काकू भाई ने बताया कि अनिल कुमार शिखर फॉल क्षेत्र में एक रेस्टोरेंट चलाते थे। “हर रोज़ की तरह अनिल कुमार ने शाम को रेस्टोरेंट बंद किया और घर लौट आए थे। देर रात अचानक आई भारी बारिश और बादल फटने से उनका घर पूरी तरह चपेट में आ गया। तेज बहाव में घर के साथ अनिल और उनकी पत्नी जया दोनों लापता हो गए।”

गाड़ी भी बहकर नदी में पहुंची
हादसे की भयावहता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि घर के बाहर खड़ी उनकी कार भी बह गई। काफी खोजबीन के बाद गाड़ी नदी में बड़े पत्थरों के बीच फंसी हुई मिली।

बचाव कार्य में जुटी टीमें
सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। तलाशी अभियान के बावजूद अभी तक पति-पत्नी का कोई सुराग नहीं लग पाया है। प्रशासन ने तलाशी अभियान तेज करने के निर्देश दिए हैं।

ग्रामीणों में दहशत
गांव के लोगों का कहना है कि इतनी तेज बारिश और मलबे का बहाव उन्होंने पहले कभी नहीं देखा। ग्रामीणों का कहना है कि अचानक आए इस प्राकृतिक प्रकोप से कई घरों और खेतों को भी नुकसान पहुंचा है। स्थानीय लोग भयभीत हैं और सुरक्षित जगहों पर शरण ले रहे हैं।

प्रशासन ने की अपील
प्रशासन ने प्रभावित इलाके के लोगों से अपील की है कि वे नदियों और झरनों के आसपास न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए देहरादून सहित गढ़वाल क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है।