देहरादून। दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम के लिए कम आवेदन प्राप्त होने के कारण आगे राज्य के सभी राजकीय, सहायता प्राप्त अशासकीय कालेज और स्ववित्तपोषित संस्थानों में बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश अब मेरिट के आधार पर होंगे। प्रवेश परीक्षा पैटर्न का समाप्त कर दिया गया है। बीएड करने के इच्छुक अभ्यर्थियों को सरकार के समर्थ पोर्टल पर आवेदन करना होगा। इसके बाद मेरिट के आधार पर छात्र की च्वाइस के अनुसार कालेज आवंटित किए जाएंगे। जल्द ही श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि इस संबंध में अधिसूचना जारी करेगा।
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि ने इस वर्ष सभी बीएड कालेजों में सीधे प्रवेश देने की तैयारी पहले ही शुरू कर दी थी। यहीं कारण है कि इस बार अभी तक बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया भी प्रारंभ नहीं हुई थी। जबकि विगत वर्षों में मई प्रथम सप्ताह से प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन प्रारंभ हो जाते थे।
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि से राजकीय कालेज, सहायता प्राप्त अशासकीय कालेज और स्ववित्तपोषित 37 संस्थान संबद्ध हैं। इसी प्रकार कुमाऊं विवि हल्द्वानी एवं सोबन सिंह जीना विवि अल्मोड़ा से संबद्ध करीब 40 संबद्ध कालेजों में दो वर्षीय बीएड संचालित होता है।विवि बीएड में दाखिले के लिए पहले प्रवेश परीक्षा का आयोजन करता है। इसके बाद मेरिट के आधार पर छात्र-छात्राओं को क्रमशः राजकीय, सहायता प्राप्त स्ववित्त पोषित संस्थान आवंटित किए जाते हैं
पिछले तीन से चार सालों से बीएड में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या में निरंतर कमी आ रही है जिसे देखते हुए पिछले वर्ष उच्च शिक्षा विभाग ने गढ़वाल एवं कुमाऊं के सभी बीएड कालेजों में दाखिले के लिए संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा श्रीदेव सुमन विवि ने आयोजित की, लेकिन निर्धारित साढ़े छह हजार सीटों के लिए प्रवेश परीक्षा देने करीब 4400 अभ्यर्थी पहुंचे। बाद में प्रवेश करीब साढ़े तीन हजार अभ्यर्थियों ने ही लिया, जिससे स्ववित्त पोषित संस्थानों में करीब 50 प्रतिशत सीट रिक्त रह गई थी। जिससे निजी कालेज एसोसिएशन ने प्रवेश परीक्षा समाप्त करने की पुरजोर तरीके से मांग उठाई थी।
श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि के कुलसचिव डा. दिनेश चंद्रा ने कहा कि राज्य विवि से बीएड प्रवेश परीक्षा को समाप्त दिया गया है। आगे मेरिट के आधार पर प्रवेश देने की तैयारी चल रही है। इच्छुक अभ्यर्थियों को सरकार के समर्थ पोर्टल पर आवेदन करना होगा। इसके बाद मेरिट के आधार पर बीएड कालेजों में प्रवेश वि जाएंगे।