खुलासा: कलयुगी पुत्र ने ही संपत्ति के लिए कराई थी पूर्व सैन्य कर्मी पिता की हत्या, तीन गिरफ्तार

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देहरादून। हरिद्वार जिले में वायुसेना के पूर्व सैनिक भगवान सिंह हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्या के पीछे के कारणों को सुनकर सब के होश उड गए। बेटे ने ही संपत्ति का वारिस बनने के लिए भगवान को दोस्तों के साथ मिलकर मौत की नींद सुलाया था। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से हत्या के लिए इस्तेमाल किया गया अवैध तमंचा एवं खोखा भी बरामद किया गया है। बेटे ने दोस्तों को हत्या के बाद 30 लाख रुपए और एक स्कॉर्पियो देना तय किया था।

पूर्व वायुसेना कर्मी भगवान सिंह की शनिवार रात को कनखल क्षेत्र में गोली मारकर उस समय हत्या कर दी गई थी जब वह अपने पुत्र यशपाल सिंह के साथ एक शादी समारोह में जा रहे थे। बेटे यशपाल की सूचना पर बहादराबाद थाना प्रभारी ने पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंच कर घायल को निजी अस्पताल पहुंचाया था। हालत नाजुक होने पर डाक्टरों ने भगवान सिंह को जौलीग्रांट अस्पताल रेफर कर दिया था जहां उपचार के दौरान भगवान सिंह की मौत हो गई थी।

पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए थे। जांच के दौरान शक की सुई और बेटे की कहानी में झोल नजर आने पर पुलिस ने यशपाल से पुछताछ कीगई तो वो सही से जवाब नहीं दे पाया। जिसके चलते पुलिस का शक और गहरा गया। कई घंटे की सख्त पूछताछ में बेटे ने अपना जुर्म कबूल कर बताया कि उसने ही अपने दोस्तों के साथ मिलकर पिता की हत्या की साजिश रची थी।

देहरादून। हरिद्वार जिले में एक रिटायर्ड एयरफोर्स जवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इससे दहशत फैल गई। आनन -फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और बदमाशों की तलाश में जुट गई। मामला हरिद्वार के बहादराबाद थाना क्षेत्र का है। मृतक की पहचान भगवान सिंह (62) के रूप में हुई है, जो जमालपुर की जेवीजी कॉलोनी के निवासी थे। घटना की रात वे अपने बेटे के साथ शादी समारोह में जा रहे थे।

पुलिस के अनुसार, 29 नवंबर की रात भगवान सिंह और उनके 22 वर्षीय बेटे यशपाल रोशनाबाद से किसी शादी में जा रहे थे। ज्वालापुर के पास जटवाड़ा पुल पर उन्होंने एक अज्ञात व्यक्ति को लिफ्ट देने के लिए कार रोकी और उसे कार में बैठा लिया। थोड़ी दूरी तय करने के बाद पीछे बैठे बदमाश ने भगवान सिंह की सिर के पास गोली चलाकर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया।

घटना के दौरान बेटे ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया, जिससे कार रुक गई और बदमाश दरवाजा खोलकर अंधेरे में फरार हो गया। बेटे ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। भगवान सिंह को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया। लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस घटना से इलाके में सन्नाटा और परिवार में शोक की लहर है।

बहादराबाद थाना प्रभारी अंकुर शर्मा ने बताया कि पुलिस ने चेकिंग अभियान शुरू किया है, लेकिन फिलहाल आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और हर एंगल से मामले की जांच जारी है।