विदेश में रह रही बुजुर्ग महिला की बेच दी जमीन, 27 के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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महिला अमेरिका से लौटी तो अपनी जमीन पर प्लाटिंग और भवन देखकर उड़े होश

देहरादून। राजधानी देहरादून में भूमाफिया किस कदर बेखौफ हैं, इसका गंभीर मामला सामने आया है। एनआरआई बुजुर्ग महिला की छह बीघा पुश्तैनी जमीन को माफिया गैंग ने न सिर्फ कब्जा कर बेचा, बल्कि उस पर प्लॉट काटकर करोड़ों रुपये में सौदा तक कर दिया। महिला को जब इसका पता चला और वह अमेरिका से देहरादून पहुंची तो पूरी जमीन पर मकान, फाउंडेशन और प्लॉटिंग देखकर दंग रह गईं।

महिला ने सब-रजिस्ट्रार कार्यालय से दस्तावेज निकलवाए तो असली खेल सामने आया—पूरे फर्जी बैनामे, जाली दस्तावेज और संगठित तरीके से की गई धोखाधड़ी। मामला क्लेमेनटाउन थाना पहुंचा, जहां पुलिस ने एक साथ 27 आरोपितों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

शिकायतकर्ता नीलम मिसाल, उम्र 80 वर्ष, निवासी महारानी बाग, साउथ दिल्ली, लंबे समय से अमेरिका में रहती हैं। मौके का फायदा उठाते हुए भूमाफिया ने उनकी भारु वाला ग्रांट स्थित पुश्तैनी जमीन को फर्जीवाड़े के जरिए हड़प लिया। महिला के मुताबिक, आरोपितों ने नकली दस्तावेज तैयार कर करोड़ों के प्लॉट बेच डाले। उन्होंने विधिक कार्यवाही के लिए जीशान निवासी चंडीघेर, जिला सहारनपुर को अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है।

थानाध्यक्ष क्लेमेनटाउन मोहन सिंह के अनुसार, तहरीर में जिन व्यक्तियों के नाम आए, वह हैं शेख साद उल्ला, इरफान हैदर, नदीम खान, शेख फारुख उल्ला, इमरान फरीदी, मोहम्मद इमरान, खुर्शीद अहमद, मोहम्मद सुलताना, वसीम खान, अजहर अली, सरफराज अहमद, सलीम अहमद, मोहम्मद जाहिद, मन्नान, शेख उमान उल्ला, नौशाद अहमद, चरण सिंह चौधरी, मुमताज जहां, हसीब, अंजुम निशा, जावेद खान, मौसीम, मोहम्मद अरशद, शादाब हुसैन, नसीम और वसीम। इन सभी के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और जमीन कब्जाने से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

पुलिस इस पूरे प्रकरण को संगठित भूमाफिया रैकेट का मामला मानकर जांच आगे बढ़ा रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि गैंग लंबे समय से देहरादून और आसपास के इलाकों में बाहरी राज्यों से आए लोगों के साथ मिलकर जाली कागजात तैयार कर जमीनों पर कब्जा करने में सक्रिय है। जांच में और नाम जुड़ने की संभावना भी जताई जा रही है।