प्रोटोकॉल तोड़ आगे आए मुख्यमंत्री धामी, पांच पांच लाख की राशि के चैक सौंपे, ग्रामीणों को दिया हर संभव मदद का आश्वासन
देहरादून। चमोली जिले के थराली में आपदा प्रभावितों का गुस्सा रविवार को उस समय फूट पड़ा, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा प्रभावित क्षेत्रों के स्थलीय निरीक्षण के बाद राडीबगड़ से लौट रहे थे। मुख्यमंत्री के काफिले को देखकर ग्रामीणों ने नारेबाजी शुरू कर दी और कहा कि प्रशासन अब तक उनके नुकसान को लेकर गंभीर नहीं है।
स्थिति उस समय और तनावपूर्ण हो गई, जब ग्रामीण महिलाएं मुख्यमंत्री के काफिले के आगे बैठ गईं। मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने महिलाओं को हटाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। अंततः मुख्यमंत्री धामी खुद गाड़ी से उतरे और महिलाओं से बातचीत कर उन्हें शांत कराया।
ग्रामीणों, विशेषकर महिलाओं ने मुख्यमंत्री से आपदा राहत कार्यों में देरी और प्रशासन की उपेक्षा की शिकायत की। इस पर मुख्यमंत्री धामी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि ऊपरी गांवों तक जाने वाले मार्ग को खोलने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है और जैसे ही रास्ता सुरक्षित होगा, वे स्वयं प्रभावित गांवों में जाकर हालात का जायजा लेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि धराली आपदा के समय उन्होंने लगातार तीन दिन तक प्रभावित क्षेत्र में रहकर हर राहत और बचाव कार्य की खुद मॉनिटरिंग की थी। धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार आपदा प्रभावितों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है और राहत एवं पुनर्वास कार्यों में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।