भाजपा नेता गढ़ी कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष विनोद पंवार ने प्रदेशवासियों को इगास बग्वाल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “यह पर्व हमारी संस्कृति की आत्मा है”
देहरादून। राजधानी देहरादून में देवभूमि की लोक परंपरा, उल्लास और उमंग से परिपूर्ण इगास (बूढ़ी दीपावली) पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। जगह -जगह लोगों ने पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य-गान किए, दीप जलाए और स्थानीय व्यंजनों की खुशबू ने पूरे माहौल को उत्सवमय बना दिया।

इस अवसर पर भाजपा नेता एवं गढ़ी कैंट बोर्ड के उपाध्यक्ष विनोद पंवार ने प्रदेशवासियों को इस पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि “देवभूमि उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति, सभ्यता और लोककला का प्रतीक इगास पर्व हमारी पहचान है। यह सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि हमारी जड़ों, हमारी परंपराओं और हमारी आत्मा से जुड़ा हुआ उत्सव है।”


विनोद पंवार ने कहा कि इगास पर्व हमें यह संदेश देता है कि आधुनिकता के इस दौर में भी अपनी लोक संस्कृति और परंपराओं से जुड़ाव ही हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। उन्होंने कहा, “यह पर्व हमारी एकता, प्रेम और भाईचारे का प्रतीक है। हमें इस अवसर पर यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपनी लोक परंपराओं को नई पीढ़ी तक पहुंचाएंगे।”

राजधानी के कई क्षेत्रों में लोगों ने दीप प्रज्वलित कर, भैणा खाया और पारंपरिक ढोल-दमाऊ की थाप पर लोकगीत गाते हुए पर्व का आनंद लिया। बच्चों और युवाओं में भी इस लोकपर्व को लेकर विशेष उत्साह देखने को मिला।
कार्यक्रम के अंत में विनोद पंवार ने कामना की कि यह पावन पर्व प्रदेश के सभी लोगों के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और आरोग्यता लेकर आए। उन्होंने कहा, “इगास केवल त्योहार नहीं, बल्कि हमारे दिलों में बसने वाली उस पहचान का उत्सव है जो हमें देवभूमि बनाती है।”









