अमेरिका में तख्तापलट की कोशिश, संसद के भीतर गोलीबारी में एक कि मौत

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वाशिंगटन। विश्व की महाशक्ति में गिना जाने वाले अमेरिका में तख्तापलट की कोशिश हुई। दरअसल पराजित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अभी भी अपनी हार स्वीकार करने को तैयार नहीं है।
 छह जनवरी को अमेरिका में नये राष्ट्रपति निर्वाचन की मंजूरी की प्रक्रिया होती है और 20 जनवरी को वह राष्ट्रपति का विधिवत कार्य भार ग्रहण करता है। लेकिन राष्ट्रपति के निर्वाचन को मंजूरी देने के लिए वाशिंगटन में होने वाली अमेरिकी संसद (कांग्रेस) की बैठक से पूर्व ट्रंप ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए शक्ति प्रदर्शन कर दबाव बनाते दिखे। ट्रंप की शह पर उनके समर्थकों ने बवाल शुरू कर दिया। और भारी भीड़ अमेरिकी संसद में घुस गयी। वहां अफरा-तफरी मच गयी। इसी बीच गोलीबारी शुरू कर दी गई जिसमें एक महिला की मौत हो गई। वाशिंग्टन में कर्फ्यू लगा दिया गया है। 


जब हंगामा बढ़ गया तो सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाला और वहाँ स्थिति बिगड़ गयी। कैपिटल हिल से भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। मीडिया में आ रही रिपोर्टों के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों ने डोनाल्ड ट्रंप समर्थक की भीड़ कैपिटल बिल्डिंग में घुसने के बाद अपनी बंदूकें हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव चेंबर के अंदर फेंक दीं।
ट्रंप के आह्वान पर उनके सैकड़ों समर्थक जबरन कैपिटल बिल्डिंग तक पहुंच गए और सीढ़ियों पर कब्जा कर लिया। वहीं कैपिटोल परिसर के बाहर निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद परिसर को ‘‘लॉक्ड डाउन” (प्रवेश एवं निकास बंद) कर दिया गया। कैपिटोल के भीतर यह घोषणा की गई कि ‘‘बाहरी सुरक्षा खतरे” के कारण कोई व्यक्ति कैपिटोल परिसर से बाहर या उसके भीतर नहीं जा सकता।

ट्रंप ने आरोप लगाया कि इसमें धांधली हुई है और यह धांधली उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन के लिए की गई, जो नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हैं। ट्रंप ने वाशिंगटन डीसी में अपने हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जब धांधली हुई हो तब आपको अपनी हार स्वीकार नहीं करनी चाहिए। ” ट्रंप ने एक घंटे से अधिक के अपने भाषण में दावा किया कि उन्होंने इस चुनाव में शानदार जीत हासिल की है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। ट्रंप ने ट्वीट करके समर्थकों से अपील की है कि वो ‘कैपिटल पुलिस का सहयोग करें।’ उन्होंने लिखा, ”वो वाकई हमारे देश की तरफ हैं। शांति बनाए रखें।” अमेरिकी सीनेट की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें प्रदर्शनकारी सीनेट चैंबर के पास जमा हुए दिखाई दिए। इनमें से कुछ के हाथों में हथियार भी देखे गए हैं।

इस बीच ट्रंप के विरूद्ध सोशल मीडिया पर बड़ी कार्रवाई करते हुए ट्विटर ने उन्हें ब्लॉक कर दिया है। वहीं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों ने इस हिंसा के लिए वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया

उधर नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस हिंसा को राजद्रोह बताते हुए भीड़ से तुरंत लौटने को कहा। उन्होंने कहा कि भीड़ वापस लौटे और लोकतंत्र को काम करने दे। बाइडन ने कहा, ‘इससे फर्क नहीं पड़ता कि राष्ट्रपति अच्छा है या बुरा लेकिन एक राष्ट्रपति के शब्द मायने रखते हैं। अच्छा यह कि वह लोगों को प्रेरित कर सकता है और बुरा यह कि वह लोगों को उकसा सकता है। मैं राष्ट्रपति ट्रंप से कह रहा हूं कि अभी नेशनल टेलिविजन पर आकर अपनी शपथ पूरी करें, संविधान की रक्षा करें और इस घेराबंदी को समाप्त करने की मांग करें। ‘जब जो बाइडन की जीत को प्रमाणित करने के लिए सांसद संसद के संयुक्त सत्र के लिए कैपिटल के भीतर बैठे थे, तभी यूएस (अमेरिका) कैपिटल पुलिस ने इसके भीतर सुरक्षा के उल्लंघन की घोषणा की। ट्रंप समर्थक कैपिटल बिल्डिंग में घुस गए और हंगामा करने लगे। इसके चलते कांग्रेस को मजबूरन अपनी कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। कैपिटल के बाहर पुलिस और ट्रंप समर्थकों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने कैपिटल की सीढ़ियों के नीचे लगे अवरोधक तोड़ दिए।

कैपिटल पुलिस ने बताया कि इलाके में एक संदिग्ध पैकेट भी मिला है।डोनाल्ड ट्रंप ने संसद का संयुक्त सत्र शुरू होने से ठीक पहले कहा कि वह चुनाव में हार को स्वीकार नहीं करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें धांधली हुई है और यह धांधली उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन के लिए की गई, जो नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हैं। ट्रंप ने वाशिंगटन डीसी में अपने हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहाकि जब धांधली हुई हो तब आपको अपनी हार स्वीकार नहीं करनी चाहिए। ट्रंप ने एक घंटे से अधिक के अपने भाषण में दावा किया कि उन्होंने इस चुनाव में शानदार जीत हासिल की है।

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