एयरफोर्स का विमान MiG-21 क्रैश, विंग कमांडर हर्षित सिन्हा का निधन

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राजस्थान के जैसलमेर जिले में शुक्रवार देर रात वायुसेना का एक विमान मिग-21(Mig 21) क्रैश हो गया। इस दुर्घटना में विंग कमांडर हर्षित सिन्हा शहीद हो गए। वायुसेना ने अपने आधिकारिक बयान में इस बात की जानकारी दी। वहीं बताया गया हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन और दमकल की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंची।

जानकारी के मुताबिक, जिस जगह फाइटर जेट गिरा है, वह पाक बॉर्डर के पास है यानि प्रतिबंधित क्षेत्र है। उस क्षेत्र में किसी को जाने की अनुमति नहीं है। वहीं यह इलाका सुदासरी डेजर्ट नेशनल पार्क में है। यह एरिया मिलिट्री के कंट्रोल में है, इसलिए वहां किसी को जाने की इजाजत नहीं है।

हादसे के बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। उसी दौरान पायलट का शव मिला।वायुसेना ने बताया कि हादसे में विंग कमांडर हर्षित सिन्हा का निधन हो गया। भारतीय वायुसेना के ट्विटर हैंडल के मुताबिक, “मिग 21 एयरक्राफ्ट ट्रेनिंग के लिए उड़ान भरा और हादसे का शिकार हो गया।

ज्यादा जानकारी का इंतजार है और जांच का आदेश दे दिया गया है।” थोड़ी देर बाद एक और ट्वीट में कहा गया, “अपार दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि विंग कमांडर हर्षित सिन्हा का उड़ान हादसे में निधन हो गया। वायुसेना उनके परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।”

बताया गया कि हादसा रात करीब साढ़े 8 बजे हुआ है। विमान अपनी नियमित उड़ान पर था।हादसे की जगह जैसलमेर से करीब 70 किमी दूर बताई जा रही है। यहां गौर करने वाली बात ये है कि अगस्त 2021में भी बाड़मेर में एक मिग-21(Mig 21) विमान क्रैश हुआ था। लेकिन उस हादसे में पायलट की जान बच गई थी।

रूस और चीन के बाद भारत को मिग-21 का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर माना जाता है। 1964 में इस विमान को पहले सुपरसोनिक फाइटर जेट के रूप में वायुसेना में में शामिल किया गया था। शुरुआती जेट रूस में बने थे और फिर भारत ने इस विमान को असेम्बल करने का अधिकार और तकनीक दोनों हासिल कर ली थी।

मिग-21 ने 1971 के भारत-पाक युद्ध, 1999 के कारगिल युद्ध सहित कई मौकों पर अपनी अहम भूमिका निभाई है। हालांकि रूस ने तो 1985 में इस विमान का निर्माण करना बंद कर दिया था लेकिन भारत लगातार इसके अपग्रेडेड वर्जन का इस्तेमाल करता रहा है।