देहरादून। मसूरी विधानसभा क्षेत्र में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर कांग्रेस नेता एवं पार्षद सुमेंद्र सुशांत बोहरा ने भारतीय संविधान के शिल्पकार, मानवता के महानायक डॉ. भीमराव आंबेडकर को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रद्धांजलि देते हुए बोहरा ने कहा कि “बाबा साहेब सिर्फ एक व्यक्ति नहीं थे, वे करोड़ों वंचितों की सांस, उनकी उम्मीद और उनके अधिकारों की आवाज थे। उन्होंने हमें सिखाया कि कोई भी समाज तब तक महान नहीं बन सकता, जब तक उसके सबसे कमजोर व्यक्ति को सम्मान और समान अधिकार न मिले।”

उन्होंने आगे कहा कि डॉ. आंबेडकर के संघर्ष का हर अध्याय हमें यह बताता है कि कठिनाइयाँ चाहे जितनी भी बड़ी हों, संकल्प और साहस के आगे वे झुक ही जाती हैं।
“आज जब हम उनके जीवन को याद करते हैं, तो लगता है कि वे सिर्फ इतिहास का हिस्सा नहीं, बल्कि हर उस भारतीय के दिल की धड़कन हैं जो समानता, न्याय और मानवता में विश्वास करता है।”
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के विचारों की प्रासंगिकता आज और भी बढ़ गई है। सामाजिक न्याय, शिक्षा, अवसर की समानता और मानवाधिकारों पर उनका दृष्टिकोण आज भी समाज को राह दिखाने वाला प्रकाश स्तंभ है।
“हमारे देश में लोकतंत्र की जो गहरी जड़ें हैं, वह बाबा साहेब की दूरदृष्टि और उनकी अदम्य इच्छाशक्ति का परिणाम है। उन्होंने सिर्फ संविधान ही नहीं बनाया, बल्कि भारत की आत्मा (भारतीय संविधान) को आकार दिया।









