देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी एवं भारतीय युवा कांग्रेस ने देहरादून स्थित कांग्रेस भवन में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ़्रेंस आयोजित कर भाजपा सरकार और पतंजलि समूह के बीच कथित बढ़ते गठजोड़ को लेकर गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि इस गठजोड़ के माध्यम से राज्य के प्राकृतिक संसाधनों की लूट की जा रही है और आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

प्रेस कॉन्फ़्रेंस को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब, उत्तराखंड प्रभारी सुरभि द्विवेदी तथा भारतीय युवा कांग्रेस उत्तराखंड के अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने संबोधित किया। इस दौरान भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव मिमांसा आर्या, प्रदेश उपाध्यक्ष विनीत प्रसाद भट्ट, प्रियांश छाबड़ा, नवीन रामोला, पार्षद रोबिन त्यागी, प्रदेश मीडिया चेयरमैन देवेश उनियाल, शुभम चौहान, कमलकांत, नितिन बिष्ट और राजेश भंडारी भी उपस्थित रहे।
मीडिया को संबोधित करते हुए भारतीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भानु चिब ने कहा कि भाजपा सरकार ने भूमि आवंटन, पर्यटन परियोजनाओं और खाद्य सुरक्षा क़ानूनों को कमजोर कर पतंजलि समूह को निरंतर संरक्षण दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि घटिया गुणवत्ता वाले घी के मामलों से लेकर जॉर्ज एवरेस्ट एस्टेट जैसी पर्यटन परियोजनाओं तक, सरकार की भूमिका एक निष्पक्ष नियामक की नहीं बल्कि “राज्य प्रायोजित लूट” को बढ़ावा देने वाली रही है। इसका सीधा लाभ चुनिंदा कॉरपोरेट घरानों को मिला है, जबकि जोखिम और नुकसान आम जनता को उठाना पड़ रहा है। जो बिल्कुल भी प्रदेश की जनता के हित में नही है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पतंजलि काउ घी के आधिकारिक लैब परीक्षणों में फेल होने के बावजूद राज्य सरकार की चुप्पी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि यदि किसी सामान्य व्यापारी के उत्पाद मानकों पर खरे नहीं उतरते, तो उस पर तुरंत कार्रवाई होती है, लेकिन पतंजलि के मामले में सरकार आंख मूंदे बैठी है। उन्होंने जॉर्ज एवरेस्ट पर्यटन परियोजना सहित सभी संदिग्ध सौदों की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच की मांग की तथा कानून का सख़्ती से पालन सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया।
गोदियाल ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी न तो आयुर्वेद के ख़िलाफ़ है और न ही भारतीय उद्यमिता के, बल्कि वह उस पक्षपातपूर्ण नीति और क्रोनी कैपिटलिज़्म के ख़िलाफ़ है, जिसमें उत्तराखंड की अमूल्य भूमि, संसाधन और धरोहर कुछ चुनिंदा कॉरपोरेट घरानों को सौंप दी जाती हैं।
प्रेस वार्ता में नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार को इन मामलों पर जनता के सामने जवाब देना होगा। उन्होंने संकल्प लिया कि कांग्रेस और युवा कांग्रेस पूरे उत्तराखंड में इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाएगी, सरकार की जवाबदेही तय कराएगी और राज्य के संसाधनों, पर्यावरण तथा जनता के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए लगातार संघर्ष करती रहेगी।










