भाजपा समर्थित अध्यक्ष प्रत्याशी रुक्मिणी देवी एवं उपाध्यक्ष पद पर शुभम चौहान को क्रॉस वोटिंग के चलते झेलनी पड़ी हार
देहरादून। राजधानी देहरादून के मियांवाला क्षेत्र की सहकारी समिति के चुनाव में इस बार रोमांचक मुकाबला देखने को मिला, जहाँ क्रॉस वोटिंग ने पूरे चुनावी समीकरण को पलट दिया। भाजपा समर्थित प्रत्याशी रुक्मिणी देवी और कांग्रेस समर्थित पूनम पुरोहित के बीच सीधे मुकाबले में अंततः पूनम पुरोहित ने विजयी होकर समिति की नई अध्यक्ष बनने का गौरव हासिल किया।

आज सुबह भाजपा समर्थित प्रत्याशी रुक्मिणी देवी सात सदस्यों और अपने समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल करने पहुंची, जिससे भाजपा खेमे की मजबूती का आकलन लगाया जा रहा था।
दूसरी ओर कांग्रेस समर्थित पूनम पुरोहित ने पाँच सदस्यों के साथ लगभग असंभव दिख रहे चुनावी मैदान में उतरकर चुनावी जंग का बिगुल फूंका और परवीन पुरोहित की कुशल रणनीति के सहारे सत्ताधारी पार्टी की प्रत्याशी को हराकर जीत हासिल की।

मतदान में हुई क्रॉस वोटिंग बनी जीत-हार की वजह
मतदान के दौरान किसी सदस्य द्वारा की गई क्रॉस वोटिंग ने पूरे चुनावी खेल को पलट कर रख दिया। जिस परिणाम की किसी को उम्मीद नहीं थी, वही हुआ और अंतिम पलों में समीकरण पूरी तरह से बदल गए। यह क्रॉस वोटिंग ही पूनम पुरोहित की जीत का प्रमुख कारण बनी। उपाध्यक्ष पद पर भी इसी गुट की उमा पांडे ने जीत दर्ज कराई है। इन परिणामों के बाद पूरे क्षेत्र में राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई है और पूरे क्षेत्र में इसे लेकर चर्चाओं का दौर जारी है।
प्रवीण पुरोहित की रणनीति की चर्चा
चुनावी परिणाम आने के बाद राजनीतिक विश्लेषकों और स्थानीय लोगों में जो बात चर्चा का विषय बनी हुई है वह है—
प्रवीण पुरोहित की रणनीति और राजनीतिक पकड़।
पूनम पुरोहित की जीत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्रवीण पुरोहित क्षेत्रीय राजनीति में अपनी समझदारी व रणनीतिक कौशल के कारण मजबूत छाप छोड़ते हैं। उनका टीम मैनेजमेंट और चुनावी आकलन को लेकर लोग खुलकर तारीफ कर रहे हैं।











