देहरादून। राजधानी देहरादून के उज्जवल कॉलोनी बालावाला निवासी नरेन्द्र सिंह की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतक की पत्नी एवं उसके प्रेमी को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया। जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
एक जुलाई को हेमलता पत्नी नरेंद्र सिंह निवासी उज्जवल कॉलोनी बालावाला गूलर घाटी रोड डोईवाला द्वारा थाना डोईवाला पर सूचना दी कि उनके पति नरेंद्र सिंह दिनांक 28/06/25 को घर से बिना बताए कहीं चले गए हैं, जिसको उनके द्वारा काफी जगह तलाश किया गया मगर उनके सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। जिसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी संख्या 40/25 पंजीकृत कर गुमशुदा नरेन्द्र सिंह की तलाश प्रारंभ की।
उसी दिन गूलर घाटी नदी में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला, जिसकी पुलिस द्वारा शिनाख्त के प्रयास किए गए तो शव की शिनाख्त गुमशुदा नरेंद्र सिंह के रूप में हुई। मृतक नरेंद्र सिंह की मृत्यु का संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस द्वारा बारीकी से जांच की गई तथा मृतक के घर व घटनास्थल के आसपास आने-जाने वाले मार्गाें पर लगे सीसीटीवी कैमरों व मृतक के मोबाइल की लोकेशन, कॉल डिटेल आदि चेक की गई। जांच के दौरान मृतक के पड़ोसी गुफरान पुत्र इस्लाम निवासी नकरौंदा, थाना डोईवाला की भूमिका संदिग्ध मिली, आस-पास के लोगों के बयानों से पुलिस को गुफरान का मृतक की पत्नी हेमलता के साथ प्रेम प्रसंग होने तथा इस बात को लेकर मृतक नरेंद्र तथा उसकी पत्नी हेमलता के मध्य अकसर लडाई झगडा होने बात सामने आई।
जिसके बाद पुलिस ने गुफरान को बुलाकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने मृतक की पत्नी के साथ मिलकर नरेन्द्र की हत्या करना स्वीकार कर लिया, जिसके बाद पुलिस ने गुफरान को गिरफ्तार करते हुए मृतक की पत्नी हेमलता को भी गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया।
घटना के सम्बन्ध में थाना डोईवाला पर मु0अ0सं0: 186/25 धारा 103(1)/238 /61(2) बीएनएस का अभियोग पंजीकृत किया गया। दोनो अभियुक्तो को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेजा गया।
पूछताछ में अभियुक्त गुफरान ने बताया कि उसका मृतक नरेन्द्र की पत्नी हेमलता के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिसकी मृतक को जानकारी हो गई थी तथा वह अक्सर शराब के नशे में इस बात को लेकर अपनी पत्नी के साथ मार-पीट करता था। जिससे मृतक की पत्नी हेमलता काफी परेशान हो गई थी, उसके द्वारा इस बारे में अभियुक्त को बताया तो उन दोनो ने नरेन्द्र को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
योजना के मुताबिक दिनांक: 28-06-25 को अभियुक्त गुफरान द्वारा मृतक नरेन्द्र को गूलरघाटी नदी में शराब पीने के लिये बुलाया तथा मृतक नरेन्द्र की शराब में चूहे मारने की दवा मिलाकर उसे पिला दी, जिससे नरेन्द्र को काफी नशा हो गया और वो नदी में गिर गया। जिसके बाद अभियुक्त द्वारा नरेन्द्र का सर पकडकर नदी के पानी में डुबोकर उसकी हत्या कर दी तथा शव को नदी में फेंक दिया। योजना के मुताबिक घटना के तीन दिन बाद मृतक की पत्नी हेमलता द्वारा कोतवाली डोईवाला पर मृतक की गुमशुदगी लिखवा दी। जिससे मृतक का शव मिलने पर भी उन पर किसी का शक न जाये।