राजस्थान में मुस्लिम समाज की नई पहल, कम खर्च में होगा समाज की बेटी का निकाह

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समाज की बेटी की शादी का खर्च अब सिर्फ ₹11,

जयपुर। राजस्थान के टोंक शहर में उलेमा ए कराम और समाज के बुद्धिजीवियों की एक मीटिंग संपन्न हुई, जिसमें मुस्लिम समाज की नई पहल सामने आई है। शादी के खर्च में हो रही लगातार वृद्धि के मद्देनज़र शहर के मुख्य उलेमा ए कराम ने बीड़ा उठाया है कि वह समाज की बच्चियों की शादी सिर्फ ₹11 में करेंगे। शहर में आगामी 27 दिसंबर को जयपुर के ‘आरको ग्रुप’ की तरफ से हो रहे सम्मेलन से यह काम शुरू किया जायेगा।

सनद रहे कि रजिस्टर्ड संस्था ‘आरको ग्रुप’ का 156 वां शादी सम्मेलन 27 दिसंबर को टोंक में किया जा रहा है। जहां सम्मेलन में कई केटेगरी हैं वहीं एक केटेगरी ₹11 की रखी गई है, जिसमें निकाह के साथ-साथ दुल्हन दूल्हा को घरेलू जरूरत का सामान, कपडे, संबंधियों के लिए खाने का माकू़ल इंतजाम किया जा रहा है।

मक़सद कम खर्च में बेटी का निकाह करना है आजकल हमने शादी निकाह को बहुत मुश्किल कर दिया है। जिससे ग़रीब की बच्ची की शादी नहीं हो पाती। शादी को कम खर्च में करने के लिए शहर के कुछ उलेमा बराबर मुहिम चला रहे हैं।

मौलवी आमिर सिद्दीकी़ नदवी ने बताया कि इसका मक़सद समाज में जागृति पैदा करना है लोग बेटी के पैदा होने को बोझ न समझें।हमारा यह क़दम समाज में जागरूकता के लिए बहुत बड़ा क़दम साबित होगा।

शहर के नायब क़ाज़ी मुफ्ती हारुन रशीद ने निकाह पढाने वाले उलमाओं से गुजारिश की है कि निकाह पढ़ाने का हदिया (रक़म)भी कम लिया जाना चाहिए। देखने में ऐसा आता है कि बच्ची की शादी तो लोग मिलजुलकर करते होते हैं लेकिन निकाह पढ़ाने की मनमानी रक़म लेना भी बोझ बन जाता है।

सम्मेलन के कन्वीनर सैयद असग़र अली ने बताया कि यह मुहिम राजस्थान के अन्य ज़िलों में भी चलाई जा रही है, का़जी़ और इमाम का समाज में बहुत बड़ा रोल होता है, हमको चाहिए कि जिस शादी में ज़्यादा खर्च देखें वहां निकाह ना पढ़ाएं।

शादी में हो रही बेजा रस्मों रिवाज ने समाज पर अधिक बोझ डाल दिया है हमको इस दिशा में महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी निभानी होगी। नायब क़ाज़ी मौलवी मोहम्मद हनीफ़, नायब क़ाज़ी मौलाना अख्त़र नदवी,नायब क़ाज़ी मौलवी अब्दुल हसीब वगैरह लगातार इस मुहिम को कामयाब बनाने के लिए काम कर रहे हैं।