नूंह में टूरिस्ट बस में आग लगने से 9 श्रद्धालु जिंदा जल गए हैं। 24 से ज्यादा बुरी तरह झुलसे हैं, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पूरी बस धू-धू कर जलकर राख हो गई और हादसा स्थल पर चीख पुकार मच गई
नई दिल्ली। नूंह जिले में आज सुबह दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की एक बस में आग लग गई। हादसे में 9 श्रद्धालुओं के जिंदा जलने की खबर है। वहीं 24 बुरी तरह झुलसे हैं और गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राहगीरों ने हादसे की सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी। जानकारी मिलते ही पुलिस टीमें और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक बस धू-धू कर जलकर राख हो गई। वहीं पैसेंजरों में चीख पुकार मची रही। राहगीरों और आस-पास के लोगों ने किसी तरह श्रद्धालुओं को बस से निकाला।
पंजाब-चंडीगढ़ के रहने वाले थे श्रद्धालु
मिली जानकारी के अनुसार बस में करीबर 60 लोग सवार थे, जो पंजाब और चंडीगढ़ के रहने वाले बताए जा रहे हैं। हादसा देर रात करीब डेढ़ बजे हुआ। श्रद्धालु बनारस और वृंदावन के दर्शन करके लौट रहे थे। घायल श्रद्धालु सरोज पुंज और पूनम ने यह जानकारी दी। घायल टूरिस्टों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस पीछे से धू-धू कर जल रही थी और सवारियों में चीख पुकार मची थी। उन्होंने बाइक पर बस का पीछा करके ड्राइवर को बताया और बस रुकवाई। जब तक सवारियां उतरतीं, आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया था।
फायर ब्रिगेड के पहुंचने में देरी करने के आरोप
हादसा स्थल पर मौजूद लोगों ने आरोप लगाया है कि ड्राइवर को आग लगने का पता ही नहीं चला। लोगों ने पीछा करके बस रुकवाई और आग बुझाने का प्रयास किया। बचाव अभियान चलाते हुए सवारियों को बस से निकाला। पुलिस और फायर ब्रिगेड को फोन किया गया, लेकिन उन्होंने पहुंचने तक लोग बुरी तरह झुलस चुके थे। घायलों को तावडू सदर थाना पुलिस ने एंबुलेंस बुलाई। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया मौके पर पहुंचे। तावडू के SDM संजीव कुमार, तावडू सदर थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार और DSP भी हादसास्थल पर पहुंचे। शव बुरी तरह जले हुए हैं, जिनकी शिनाख्त के प्रयास जारी हैं।