आजकल में फाइनल हो सकता है नगर निगम वार्डो का परिसीमान

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देहरादून। नगर निगम देहरादून के वार्डों में परिसीमन को लेकर चल रही प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। माना जा रहा है कि एक दो दिन में परिसीमन का कार्य फाइनल हो सकता है। करीब 72 वार्डो में आबादी को संतुलित करने के चलते 8040 की औसत आबादी पर वार्डो के नक्शे बनाए जा रहे हैं।

ऐसे में किसी भी वार्ड में मानक के तहत 10 फीसदी से कम या 10 फीसदी से अधिक आबादी हो सकती है। ऐसा होने पर वार्ड में 7000 से 8500 के बीच आबादी होगी। इस रिपोर्ट को ही फाइनल करने के लिए अफसर परिसीमन कक्ष के बंद कमरे में बैठकर रोजाना घंटों तक माथापच्ची कर रहे हैं।

यह तो तय है कि वार्डों का भूगोल बदल गया है। शहर के 100 वार्डों में से 72 वार्डों में बदलाव किया गया था। जिसके बाद पार्षदों एवं चुनाव लडने के इच्छुक दावेदारों ने खूब आपत्तियां लगाई थी। इन आपत्तियों पर सुनवाई के बाद दोबारा से परिसीमन को फाइनल करने का काम चल रहा है जो आजकल में निपट जाएगा। 20 वार्डों को मानकों के अनुरूप पाया गया था जबकि आठ वार्डों में कैंट इलाकों को शामिल होने की चर्चाओं के चलते नही छेड़ा गया। ऐसे में राजनीतिक दल और चुनाव लडने के इच्छुक दावेदारों ने डेढ़ सौ से ज्यादा आपत्तियां लगाई थी। इसके बाद नगर निगम के अफसर आपत्तियों का निस्तारण करने में जुट गए। पिछले कई दिनों से नगर निगम के परिसीमन कक्ष में अंदर से कुंडी लगाकर अफसर और स्टाफ काम कर रहे हैं। ये इसलिए किया जा रहा है कि यहां दावेदार और नेता अपने हिसाब से परिसीमन करने के लिए दवाव बना रहे थे। इसलिए परिसीमन कक्ष में कर्मचारियों के अलावा किसी की भी एंट्री नहीं है। माना जा रहा है कि आज परिसीमन फाइनल किया जा सकता है।

बड़े वार्ड काट का संतुलन कर आबादी कम करने का प्रयास
शहर के 100 में से 72 वार्डों की आबादी में बदलाव किया गया था। लेकिन राजनीतिक दलों एवं तमाम पार्षदों ने आपत्तियां दर्ज की थी आपत्तियों की सुनवाई के चलते फिर से परिसीमन का फाइनल करने की तैयारी की जा रही है। बता दे कि निगम ने परिसीमन करते हुए 20 वार्यों को मानकों के अनुरूप बताया था और इन बीस वार्डों में काट छांट नहीं हुई थी। वहीं, बाकी आठ वर्टी कैंट बोर्ड की सीमा से सटे होने के चलते बदलाव नहीं किया गया था।

फिर ओबीसी सर्वे करना होगा चुनौती
वार्डो के मौहल्ले इधर से उधर से करने पर ओबीसी सर्वे करना होगा। ओबीसी सर्वे भी उन वार्डो में होगा, जिन वार्डो में मौहल्ले इधर से उधर से हुए है। फाइनल रिपोर्ट तैयार होने के बाद ओबीसी सर्वे के लिए निगम को जुटना होगा। सर्वे करना भी चुनौती भरा होगा। ओबीसी सर्वे की रिपोर्ट तैयार होने के बाद नगर निगम के वार्डों के आरक्षण की स्थिति साफ होगी।

दावेदार कर रहे विधायकों की परिक्रमा

आगामी नगर निगम चुनाव के चलते भाजपा में पार्षद पद के दावेदारों की ओर से विधायकों की परिक्रमा की जा रही है। विधायकों के कार्यालयों में दावेदार से लेकर निवर्तमान पार्षद पहुंच रहे हैं। ज्यादाकार परिक्रमा भाजपा के दावेदार कर रहे हैं। कारण एक एक वार्ड में भाजपा के कई कई दावेदार हैं। ऐसे में उनके बीच ही अपनी उपयोगिता बनाने के लिए प्रतियोगिता चल रही है।