हेलीकॉप्टर दुर्घटना: पायलट समेत सात यात्रियों की मौत

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अस्तित्व टाइम्स

ज्यादा श्रद्धालुओं की संख्या पर भी उठे सवाल

SDRF के साथ ही उत्तराखंड पुलिस ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन

देहरादून। उत्तरकाशी जिले के गंगनानी में यात्रियों को ले जा रहा हेलीकाप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने पर पायलट समेत सात श्रद्धालुओं की मौत हो गयी। हादसे पर मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक व्यक्त किया है साथ ही घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं।

गुरुवार को प्रातः लगभग 08:50 बजे SDRF को सूचना प्राप्त हुई कि गंगनानी क्षेत्र में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। सूचना प्राप्त होते ही पोस्ट भटवाड़ी से मुख्य आरक्षी नवीन कुमार के नेतृत्व में टीम तत्काल रवाना की गई, वहीं पोस्ट उजेली से उपनिरीक्षक पुष्कर जीना के नेतृत्व में दूसरी टीम रवाना हुई।

SDRF टीम भटवाड़ी द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर देखा गया कि हेलीकॉप्टर लगभग 200 से 250 मीटर गहरी खाई में गिरा हुआ है। टीम द्वारा घटनास्थल पर बेस बनाकर खाई में उतरने का रेस्क्यू कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हेलीकॉप्टर Aerotrans Services Pvt. Ltd. का था, जिसकी रजिस्ट्रेशन संख्या VT-OXF है। यह हेलीकॉप्टर सहस्त्रधारा हेलीपैड, देहरादून से खरसाली हेलीपैड के लिए उड़ान पर था। हेलीकॉप्टर के पायलट कैप्टन रॉबिन सिंह थे। हेलीकॉप्टर में कुल 07 व्यक्ति सवार थे, जिनमें 01 पायलट और 06 यात्री शामिल हैं। SDRF द्वारा स्थानीय पुलिस व अन्य बचाव इकाइयों के साथ मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

हेलीकाप्टर में श्रद्धालुओं की संख्या और भी सवाल उठ रहे हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्र में पायलट समेत 7 तीर्थयात्रियों को हेलीकाप्टर ले जाने में सक्षम था? यह भी अहम सवाल है। श्रद्धालुओं व सामान का अधिक भार भी दुर्घटना का मुख्य कारण हो सकता है।

इधऱ, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि जिले के गंगनानी के समीप हेलीकॉप्टर क्रैश में कुछ लोगों के हताहत होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए SDRF और जिला प्रशासन की टीमें तत्काल घटनास्थल पर पहुंच गई।

ईश्वर हादसे में दिवंगत हुए लोगों की आत्मा को…आंदोलन.आल श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। प्रशासन को घायलों को हर संभव सहायता पहुंचाने एवं हादसे की जांच के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में लगातार अधिकारियों के संपर्क में हूं और हर स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है।

देहरादून। प्रदेश के उत्तरकाशी जिले में आज सुबह लगभग 09 बजे गंगोत्री की ओर जा रहा एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। जिसमें छह लोग सवार बताए जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय लोगों के साथ रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है।

हेलीकॉप्टर प्राइवेट कम्पनी का बताया जा रहा है जानकारी के अनुसार हेलीकॉप्टर गंगोत्री की और जा रहा था। मौके पर पहुंची स्थानीय लोग व पुलिस ने रेस्क्यू अभियान शुरु कर दिया है। विधायक गंगोत्री सुरेश सिंह चौहान ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी उत्तरकाशी को तत्काल मौके पर जाने का आदेश दिया। 5 से 6 यात्री सवार थे जिसमें दो लोग अभी घायल बताए जा रहे हैं। उक्त स्थान हेतु पुलिस, आर्मी फोर्स, आपदा प्रबंधन QRT , टीम 108 एंबुलेंस वाहन, तहसीलदार भटवाड़ी, BDO भटवाड़ी, राजस्व टीम रवाना की गई है।

भारतीय सेवा द्वारा पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए जाने के बाद पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया है और उसने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारी गोलीबारी की। इस गोलाबारी में 15 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई है, जबकि 43 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। गोलीबारी में घरों को भी नुकसान पहुंचा है।

भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए करारे जवाब से बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने पुंछ, बारामुला, राजोरी जिले की नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास अग्रिम गांवों पर तोपों से पूरी रात भारी गोलाबारी की। पाकिस्तानी गोलाबारी में चार बच्चों समेत 15 नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 57 लोग घायल हो गए। हालांकि, 12 अभी मृतकों के नाम सामने आए हैं।

कई इलाकों में गोलाबारी बुधवार दोपहर करीब दो बजे तक चली। हमारे जवानों ने पाकिस्तान की हर हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब दिया। सेना की जवाबी कार्रवाई में कई पाकिस्तानी सैनिक ढेर हो गए। दर्जनों पाकिस्तानी चौकियां नष्ट हो गईं। तनाव को देखते हुए जम्मू संभाग के पांच और कश्मीर संभाग के तीन जिलों के स्कूल बंद रहे। जम्मू, श्रीनगर और लेह से हवाई सेवा एहतियात के तौर पर बंद रही। कटड़ा में हेलिकाॅप्टर सेवा भी बंद कर दी गई। सभी सरकारी विभागों में अधिकारियों, कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।

आतंक का फन जिस तरह से भारतीय जांबाजों ने कुचला उससे आतंकियों को पालने-पोसने वाली पाकिस्तानी सेना फुफकारने लगी। बौखलाहट में पुंछ जिले के कई सीमावर्ती गांवों को निशाना बनाया। एलओसी से सटे बालाकोट, मेंढर, मनकोट, कृष्णा घाटी, गुलपुर, केरनी और यहां तक कि पुंछ जिला मुख्यालय पर तोपों से गोलाबारी की। इससे दर्जनों घरों और वाहनों को नुकसान पहुंचा। पाकिस्तान ने मस्जिदों, मंदिरों और गुरुद्वारों पर भी गोले दागे।

बारामुला जिले के उड़ी सेक्टर में सीमा पार से की गई गोलाबारी में पांच बच्चों समेत दस लोग घायल हो गए। वहीं, राजोरी जिले के कई गांवों में पाकिस्तान ने गोले दागे। चार लोग घायल हुए हैं। पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास स्थित गुरुद्वारा साहिब को पाकिस्तान ने निशाना बनाया। चार लोगों की जान चली गई। पुंछ बस स्टैंड पर भी गोलाबारी हुई, जिससे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।

कुपवाड़ा जिले के करनाह सेक्टर में गोलाबारी के कारण कई घरों में आग लग गई। भारी गोलाबारी के कारण स्थानीय लोगों को पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तनाव के बीच अखनूर क्षेत्र से सीमावर्ती इलाकों के कई लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर चले गए।

अस्पताल, प्रशासन सब अलर्ट मोड पर
प्रदेश में सभी अस्पताल, पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर हैं। सीमावर्ती जिलों के डीसी, सभी वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस और जिला अधिकारियों के साथ प्रदेश के बॉर्डर जिलों की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी सभी जिला उपायुक्ताें से बात कर सीमावर्ती जिलों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा।

फायरिंग में मारे गए लोग
मोहम्मद जैन खान (10),
जोया खान (12),
मोहम्मद अकरम (40),
बलविंदर कौर उर्फ रूबी (33),
अमरीक सिंह (55),
मोहम्मद इकबाल (45),
रंजीत सिंह (48),
अमरजीत सिंह (47)
शकीला बी (40),
मरियम खातून (7),
विहान भार्गव (13),
मोहम्मद रफी (40)

पाकिस्तान को दिया करारा जवाब
अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय ने सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में लिखा- पाकिस्तान ने पुंछ-राजोरी में तोपखाने से गोलाबारी करके एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। भारतीय सेना इसका उचित तरीके से जवाब दे रही है।