देहरादून। नौकरशाहों की कमी का सामना कर रही प्रदेश सरकार को अब उत्तराखंड आईएएस कैडर में 15 से ज्यादा अफसर मिल गए है। लंबे समय से प्रमोशन का इंतजार कर रहे पीसीएस अधिकारियों को प्रमोशन देकर आईएएस बनाया गया है। जिसके आदेश जारी किये गए है।
पीसीएस अधिकारियों की पहली बार डीपीसी
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उत्तराखंड में पीसीएस अधिकारियों की पहली बार डीपीसी हुई है। जिसके बाद 15 से ज्यादा पीसीएस अधिकारियों के आईएएस बनाया जा सका। हालांकि काफी लंबे समय से पीसीएस अधिकारी डीपीसी का इंतजार कर रहे थे, लेकिन कोर्ट के दखल के बाद आखिरकार अब इन अधिकारियों की डीपीसी हो सकी।
12 साल बाद कोर्ट के आदेश के बाद विवाद हुआ खत्म
बताया जा रहा है कि प्रमोटी और सीधी भर्ती के पीसीएस अफसरों में वरिष्ठता को लेकर विवाद के चलते मामले 12 साल तक न्यायिक वाद में रहा। उच्चतम न्यायालय से सीधी भर्ती के अफसरों को पहले वरिष्ठता लाभ देने के आदेश के बाद विवाद खत्म हुआ। चयन समिति की बैठक के बाद राज्य में पहली बार सीधी भर्ती के पीसीएस अधिकारियों को पदोन्नति मिली है।
इनका हुआ प्रमोशन
योगेंद्र यादव,
उमेश नारायण पांडे,
देवकृष्ण तिवारी,
उदय राज सिंह,
कर्मेंद्र सिंह,
ललित मोहन रयाल,
राजेंद्र कुमार,
आनंद श्रीवास्तव,
हरीश चंद्र कांडपाल,
संजय कुमार,
नवनीत पांडे,
डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट,
आलोक कुमार पांडेय,
बंशीधर तिवारी,
रुचि मोहन रयाल,
झरना कामठान