देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बैकडोर से की गई भर्तियों का मामला जहां सरकार के गले की फांस बन गया है। मामले में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल इसे नियमानुसार बता रहे तो वहीं अब धर्मपुर से भाजपा विधायक विनोद चमोली ने मामले को लेकर सवाल खडा कर दिया है। साथ ही इस तरह की भर्तियों पर रोक लगाने की बात कही है। विधायक चमोली की मामले में की गई तीखी टिप्पणी से सियासत में घमासान मच गया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार भाजपा विधायक विनोद चमोली ने मामले में बयान देते हुए कहा कि विधानसभा में हुई भर्ती का मामला नियमों का नहीं बल्कि नियत का है, कि यह नियम सिर्फ अपनों के लिए ही क्यों है..? उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए कि विधानसभा में जो भर्ती हुई है, वो किस आधार पर की गई है। उन्होंने साफ कहा कि विधानसभा में इस तरह की भर्तियों पर आगे रोक लगनी चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी को आगामी भर्ती के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी बनानी चाहिए ताकि विधानसभा में भर्तियों की जानकारी मिल सके कितने लोगों की आवश्यकता है। इस तरह की भर्ती किया जाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी को इस पूरे प्रकरण की जानकारी है और जल्दी इस पर कोई फैसला लेगी।