MDDA ने चार स्थानों पर 78 बीघा प्लॉटिंग की ध्वस्त, कई व्यावसायिक निर्माण भी किये सील

26

 

देहरादून। राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में अवैध प्लॉटिंग और अनधिकृत निर्माण पर मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (MDDA) की सख्त कार्रवाई लगातार जारी है। शनिवार को प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने कई इलाकों में अभियान चलाकर दर्जनों बीघा अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त कर दिया, वहीं कई व्यावसायिक निर्माणों को सील कर दिया।संयुक्त सचिव गौरव चटवाल, सचिव मोहन सिंह बर्निया के आदेश पर यह कार्रवाई की गई। अभियान में सहायक अभियंता अभिषेक भारद्वाज सहित तकनीकी टीम और पुलिस बल मौजूद रहा।

एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने स्पष्ट कहा कि शहर को अव्यवस्थित तरीके से फैलने नहीं दिया जाएगा। अवैध प्लॉटिंग और निर्माण करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने जनता से भी अपील की कि किसी भी अवैध कॉलोनी में निवेश कर अपने धन और भविष्य को खतरे में न डालें। उपाध्यक्ष ने दोहराया कि एमडीडीए का उद्देश्य व्यवस्थित और नियोजित विकास सुनिश्चित करना है। नियमों के विरुद्ध निर्माण करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

यहां यहां हुई कार्रवाई
शिमला बाईपास रोड : मानवेन्द्र पुण्डीर की लगभग 40 बीघा अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त।

सेलाकुई (सेरपुर क्षेत्र) : गुलशेर की 10 बीघा अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त।

चकराता रोड, शंकरपुर-सेलाकुई : डी.सी. बंसल की 20 बीघा अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त।

कल्याणपुर धर्मावाला चौक : रासिद की 08 बीघा अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त।

अद्दूवाला, शिमला बाईपास रोड : नेरन्द्र चौहान का फार्महाउस व 08 व्यावसायिक हट्स सील।

धर्मावाला रोड, हरबटपुर : राकेश अग्रवाल का अवैध व्यावसायिक निर्माण सील।

मुख्य चकराता रोड, सहसपुर : सलमान का अवैध व्यावसायिक निर्माण सील।

75 राजपुर रोड : असरफ खान व गर्ग का अवैध निर्माण सील।

संस्कृति लोक कॉलोनी : साकिर द्वारा बने दो अवैध भवन सील।

चांचक चौक, बंजारावाला : मो. साजिद का अस्थायी व्यावसायिक निर्माण ध्वस्त।

नियम विरुद्ध निर्माणों के खिलाफ एमडीडीए की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी : बंशीधर तिवारी

देहरादून। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने नियम विरुद्ध निर्माणों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को जारी रखते हुए राजधानी देहरादून में एक अवैध व्यावसायिक निर्माण को सील कर दिया।

अजबपुर कलां मोथरोवाला रोड, प्राथमिक विद्यालय के निकट कोठियाल द्वारा किये जा रहे अवैध व्यावसायिक निर्माण पर संयुक्त सचिव गौरव चटवाल के आदेशों पर कार्यवाही की गई।
इस दौरान सहायक अभियंता निशांत कुकरेती, अवर अभियंता जयदीप राणा और सुपरवाइजर मौके पर मौजूद रहे।

एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि प्राधिकरण नियम विरुद्ध निर्माणों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है और आगे भी यह अभियान जारी रहेगा। तिवारी ने कहा किसी भी अवैध निर्माण को बख्शा नहीं जाएगा। निर्माण मानकों और स्वीकृत नक्शों के अनुरूप ही कार्य करने वालों को ही अनुमति मिलेगी।

देहरादून। एमडीडीए ने एक विशेष अभियान चलाकर अवैध निर्माण और प्लॉटिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। एमडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के निर्देश पर किए गए इस अभियान में कुल सात आवासीय और व्यावसायिक भवनों को सील किया गया और दो अवैध प्लॉटिंग को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया।

हरबर्टपुर क्षेत्र में लगभग पांच बीघा जमीन पर की जा रही अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त किया गया। इस क्षेत्र में अमर सिंह द्वारा बनाए गए दो मंजिला व्यावसायिक भवन को भी सील किया गया।

विकासनगर में प्राधिकरण ने चार स्थानों पर कार्रवाई करते हुए शान्ति व्यवस्था बनाए रखी; चकराता रोड के पास भरत सिंह नैगी द्वारा किए जा रहे निर्माण को सील किया गया (जिस स्थान पर ‘हेरिटेज वेडिंग प्वाइंट’ के नज़दीक निर्माण चल रहा था)।

गुरुद्वारा चौक पर नीरज गुप्ता और मनोज कुमार द्वारा खड़े कराए जा रहे दो व्यावसायिक भवनों को सील कर दिया गया। तेलपुर मार्ग पर दुर्गा मंदिर के निकट रामसाह द्वारा की जा रही अवैध निर्माण कार्य भी कार्रवाई में शामिल रहा।

डाकपथर में प्राधिकरण ने सख्ती दिखाई; जीवनगढ़ क्षेत्र में रविंद्र चौहान, शाहिल और अन्य द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माणों पर ताले लगा दिए गए।

सेलाकुई में एमडीए ने बहादरपुर रोड के पास सुनील थापा की ओर से तैयार किए जा रहे लगभग 2.5 बीघा भूमि पर कालम डालकर बनने वाले खेल मैदान को सील कर दिया।

एमडीए के बयान और आगामी कार्रवाई
एमडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने बताया कि यह अभियान अवैध निर्माण-प्रवृत्तियों पर नकेल कसने के लिए चलाया गया है। उन्होंने कहा, “अब तक प्राधिकरण ने 200 से अधिक अवैध निर्माण और प्लॉटिंग पर कार्रवाई की है। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ बिना किसी दबाव के सख्त और कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी।” तिवारी ने यह भी कहा कि जो निर्माण वैध कागजात नहीं दिखा पाएंगे, उनके खिलाफ विभाग आगे भी संबंधित धाराओं के तहत कदम उठाएगा।

स्थानीय प्रभाव और नागरिकों की प्रतिक्रिया
अभियान के दौरान स्थानीय लोगों ने कहा कि वर्षों से कुछ व्यक्तियों द्वारा अवैध रूप से भूमि का उपयोग और प्लॉटिंग की जा रही थी, जिसने इलाके के सार्वजनिक उपयोग और पर्यावरण पर असर डाला था। कई रहवासी एमडीए की इस कार्रवाई का स्वागत कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि प्राधिकरण की तेज़ कार्रवाई से अवैध निर्माण रोकने में मदद मिलेगी। वहीँ, जिन मामलों में भवन सील या प्लॉटिंग ध्वस्त की गई, उन निर्माणकर्ताओं के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया जारी रखी जाएगी।

कानूनी कार्रवाई और शिकायत प्रक्रिया
एमडीए ने स्पष्ट किया कि जिन परिसरों और निर्माणों को सील करके नोटिस दिए गए हैं, उन पर संबंधित मालिक/निर्माणकर्ता जवाब दे सकते हैं और वैधानिक प्रक्रिया के अनुसार अपना पक्ष रख सकते हैं। प्राधिकरण ने कहा है कि किसी भी प्रकार की शासकीय हिदायत का उल्लंघन करने पर जुर्माना, ध्वस्तीकरण और अन्य कानूनी कदम उठाए जाएंगे।

एमडीए की यह कार्रवाई शहर में बढ़ते अवैध निर्माण और प्लॉटिंग के विरुद्ध एक संदेश है कि नियमों की अनदेखी स्वीकार्य नहीं होगी। उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के नेतृत्व में चल रहे अभियानों को आगामी दिनों में भी जारी रखने का एलान प्राधिकरण ने किया है, ताकि भूमि उपयोग और शहर नियोजन के नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।