बोले, मैं हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरा हूं, कुछ देर बाद राज्यपाल से करेंगे मुलाकात
बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। अपनी सरकार के 2 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होने कहा कि मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैं दोपहर के भोजन के बाद राज्यपाल से मिलूंगा और अपना त्यागपत्र सौंपूंगा। आज ही बी.एस. येदियुरप्पा ने नेतृत्व में कर्नाटक में बीजेपी की सरकार को दो साल पूरे हुए हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी किसे राज्य की कमान सौंपती है।
अपने इस्तीफे का ऐलान करते हुए बीएस. येदियुरप्पा ने कहा कि उन्हें कर्नाटक के लोगों के लिए काफी काम करना है। हम सभी को मेहनत के साथ काम करना चाहिए। येदियुरप्पा ने कहा कि वह हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरे हैं। सोमवार को कर्नाटक में बीजेपी सरकार के दो साल पूरे होने का जश्न मनाया जा रहा है, बीएस. येदियुरप्पा भी सुबह से अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे थे।
बीएस. येदियुरप्पा के इस्तीफे के ऐलान के बाद दिल्ली में भी हलचल तेज हुई है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह से चर्चा की है। माना जा रहा है कि जल्द ही आॅब्जर्वर के नाम का ऐलान हो सकता है, जिसके बाद सीएम चुना जाएगा।
बता दें कि कर्नाटक की सियासत को लेकर लंबे वक्त से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। हाल ही में बीएस. येदियुरप्पा ने नई दिल्ली आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। तभी ये बात कही जा रही थी कि अब येदियुरप्पा अपना पद छोड़ सकते हैं।
जब से बीएस. येदियुरप्पा के इस्तीफे की अटकलें तेज हुई थी, तभी से लिंगायत समुदाय के लोगों का बीएस. येदियुरप्पा से मिलना जारी था। ऐसे में इन मुलाकातों को केंद्रीय नेतृत्व को दिए जा रहे एक संदेश के तौर पर देखा जा रहा था। हालांकि, बाद में बीएस. येदियुरप्पा ने साफ किया था कि अगर केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा तो वह इस्तीफा दे देंगे। बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में कांग्रेस- जेडीएस की सरकार बनी थी, लेकिन ये सरकार एक साल ही चल पाई थी और बाद में बीजेपी ने बीएस. येदियुरप्पा की अगुवाई में अपनी सरकार बना ली थी।