देहरादून। वर्ष 2016 में विधानसभा सत्र के दौरान सड़क पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस के सबसे चर्चित घोड़े शक्तिमान की टांग तोड़ने के मामले में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को आज आखिर राहत मिल गई और अदालत ने उन्हें दोषमुक्त कर दिया।
विधानसभा सत्र के दौरान धक्का-मुक्की हुई थी। जिसमें प्रदर्शनकारियों में गणेश जोशी भी शामिल थे। उन पर आरोप लगे कि उनके कारण पुलिस के घोड़े शक्तिमान का पैर टूट गया था। दो समय बाद शक्तिमान ने दम तोड़ दिया तो यह मामला और भी अधिक चर्चाओं में आ गया। मामला दर्ज होने के बाद मसूरी विधायक गणेश जोशी को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भी लिया था।
जबकि विधायक गणेश जोशी ने खुद को इस मामले में पूरी तरह से बेकसूर बताया था। वे यहां तक कह गए थे कि यदि उनकी कहीं भी भूमिका सामने आए तो उनके भी पैर काट दिए जाएं और मैं हर प्रकार की सजा के लिए तैयार हूं। वर्ष 2016 से मामला देहरादून के सीजेएम कोर्ट में चल रहा है जहां आज आखिरकार लंबी न्यायिक प्रक्रिया के बाद कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को दोष मुक्त कर दिया गया है।