कोरोना में मां या पिता को खो चुके बच्चों को मिलेगी 12वीं तक फ्री शिक्षा, आदेश जारी
देहरादून। कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को उत्तराखंड सरकार ने बडी़ राहत प्रदान की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इन बच्चों के मामा बने है तो मंत्री रेखा आर्य बुआ बनकर बच्चों को प्यार दे रही है। अब सरकार इन बच्चों की पढ़ाई का भी खर्च उठाएगी। बच्चों को सरकारी एवं अशासकीय स्कूलों में एक से 12वीं तक निशुल्क शिक्षा मिलेगी। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत 21 साल तक के प्रभावित बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। शासन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।
बता दें कि संयुक्त सचिव जेएल शर्मा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि मार्च 2020 से 31 मार्च 2022 के बीच कोविड या अन्य बीमारियों से अपने माता-पिता या दोनों में से किसी एक को खो चुके 21 साल तक के बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी। राज्यपाल की ओर से इसकी स्वीकृति प्रदान की गई है। आदेश वित्त विभाग की सहमति से जारी किया गया है। बता दें कि प्रदेश में कोविड में अनाथ हुए 1706 बच्चों को मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना से लाभान्वित किया जा रहा है।
गौरतलब है कि सरकार की ओर से कोविड में अनाथ हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना शुरू की गई है। योजना के शुभारंभ के बाद महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से योजना के दायरे में आने वाले प्रभावित बच्चों के खातों में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के तहत तीन हजार रुपये की धनराशि दी जा रही है, जिसकी पहली किस्त अगस्त माह में जारी कर दी गई है। लेकिन इन बच्चों को कुछ अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था।