आजकल डेंगू कई स्थानों पर कहर बढ़ पा रहा है। लोगों को भर्ती होने के लिए कई बार अस्पतालों में बेड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। हालांकि उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार डेंगू पर नियंत्रण के लिए सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं। ऐसे में डेंगू के मरीजों को प्लेटलेट काउंट बढाने के लिए पांच फूडस का सेवन करना चाहिए। इन पांच फूड्स का सेवन करने से प्लेटलेट काउंट में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। विटामिन सी आपके शरीर में प्लेटलेट्स बढ़ाने और बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है। यह आयरन को अब्जॉर्ब करके प्लेटलेट काउंट बढ़ाता है।
ताजा रिपोर्ट के अनुसार कीवी फ्रूट खाने से प्लेटलेट काउंट तेजी से बढ़ता है। इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जिसकी वजह से यह फल डेंगू के मरीजों के लिए वरदान है। नींबू, संतरा और अंगूर का सेवन करने से भी डेंगू के मरीजों को रिकवरी में मदद मिल सकती है। दूध पीने से भी प्लेटलेट काउंट को तेजी से बढ़ाने में मदद मिलती है। कई स्टडी में यह बात सामने आई है कि गाय का दूध प्लेटलेट्स प्रोडक्शन को बूस्ट कर सकता है। इसके अलावा डेंगू के मरीज कम मात्रा में दूध-पनीर और अंडा का सेवन कर सकते हैं। इन सभी चीजों में विटामिन बी 12 होता है, जो आपकी रक्त कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसकी कमी होने से प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट हो सकती है।
फोलेट एक विटामिन बी है, जो रक्त कोशिकाओं सहित आपकी कोशिकाओं को हेल्दी रखने में मदद करता है। इससे प्लेटलेट काउंट तेजी से बढ़ाने में कारगर माना गया है। अगर आप नेचुरल तरीकों से प्लेटलेट काउंट बढ़ाना चाहते हैं, तो मूंगफली और राजमा का सेवन कर सकते हैं। ये चीजें भी शरीर को कई फायदे देती हैं और शरीर को मजबूती प्रदान कर सकती हैं। कद्दू के बीज भी प्लेटलेट्स बढ़ा सकते हैं।आयरन से भरपूर फूड्स खाने से डेंगू के मरीजों के प्लेटलेट काउंट में जल्द उछाल आ सकता है। आयरन आपके शरीर की स्वस्थ रक्त कोशिकाओं का उत्पादन बढ़ाने के लिए आवश्यक है। आप कुछ खाद्य पदार्थों से आयरन की भरपूर मात्रा प्राप्त कर सकते हैं।
इनमें मसूर की दाल और अन्य दालों का पानी है। इसके अलावा टमाटर, ब्रोकली, फूलगोभी जैसी सब्जियां प्लेटलेट्स बढ़ाने में काफी असरदार हो सकती हैं। डेंगू के मरीजों को नारियल पानी पीने की सलाह दी जाती है। एक अध्ययन के अनुसार, नारियल पानी के नियमित सेवन से हमारी लाल रक्त कोशिकाओं और हीमोग्लोबिन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।