खेड़ा अफगान में नालियों की ग्रामीणो ने की सफाई
खालिद मलिक
खेडा अफगान। गांव में साफ सफाई के लिए भले ही 4 सफाई कर्मी तैनात किए गए हैं लेकिन गांव की स्थिति देखकर ऐसा लगता है कि नालियों की सफाई हुए एक जमाना हो गया है। सरकार सफाई कर्मियों को मोटी तनख्वाह तो देती है लेकिन काम का कोई हिसाब नहीं लेती है। ऐसे में सफाई कर्मी अपनी ड्यूटी ईमानदारी से नहीं करते है इससे गांव में जगह जगह गंदगी फैली हुई है।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांवों को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए विशेष जोर दिया जा रहा है। लेकिन सफाई कर्मियों की मनमानी के चलते तमाम कोशिशें नाकाम हो रही है। गांव में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे पड़े हैं नालियों में गंदा पानी जमा है जिससे गांव में संक्रमित बीमारियां फैल रही है। ऐसा ही मामला खेड़ा अफगान के शिव मंदिर के सामने बनी नाली का है जिसकी सफाई हुए एक अरसा गुजर गया है। जहां पर पिछले कई माह से सफाई कर्मी द्वारा सफाई नहीं की जा रही है। जिससे नाले नालियां गंदगी से अटी पड़ी हैं। मजबूरी में ग्रामीण अपने हाथों से नालियों की सफाई कर रहे हैं ऐसे में ग्राम वासियों में सफाई कर्मियों के विरुद्ध गुस्सा पनप रहा है। विभागीय अधिकारी कहते हैं कि गांव में गंदगी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। और जिस गांव में गंदगी और नालियों की सफाई नहीं मिली तो सफाई कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। गांव को साफ सुथरा बनाना पहली प्राथमिकता है लेकिन यह सब मुंह से कहने की बात है धरातल पर कुछ भी नहीं है। ग्रामीण संदीप कुमार, अमित आर्य, रामकुमार, संदीप, डिंपल, काका, राजकुमार, सुभाष, शिव कुमार, आदि ने सफाई व्यवस्था को सुचारू रूप से कराने की मांग की है।