केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने हरियाणा, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. हरियाणा में एक तो जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में होगा मतदान
नई दिल्ली। केन्द्रीय चुनाव आयोग ने आज 2 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया. इन राज्यों में हरियाणा, जम्मू-कश्मीर शामिल रहे. जम्मू-कश्मीर में तीन फेज में चुनाव होंगे. जिसमें पहला चरण 18 सितंबर को होगा. दूसरा चरण 25, तीसरा चरण 1 अक्टूबर को होगा. हरियाणा में विधानसभा चुनाव एक अक्टूबर को होगा. झारखंड, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की गई है। हरियाणा, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की घोषणा के साथ उत्तराखंड की केदारनाथ सीट पर चुनाव की तारीखों का ऐलान नही हुआ है जिससे केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का इंतजार बढ़ गया है। इसके साथ ही कई लोकसभा सीटों पर भी आने वाले समय में चुनाव होने हैं. जिनकी तारीखों का इंतजार है।
शैला रानी रावत के निधन के बाद खाली हुई सीट
बता दें केदारनाथ विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक शैला रानी रावत का हाल ही में निधन हुआ. जिसके बाद ये सीट खाली हुई थी. यहां पर 6 महीने के भीतर उपचुनाव होने हैं. इस उपचुनाव के लिए 25 जुलाई को उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रस्ताव चुनाव आयोग को भेजा. जिसके बाद आज चुनाव आयोग ने केदारनाथ उपचुनाव की तारीख का एलान कर दिया है।
बदरीनाथ के बाद अब केदारनाथ पर नजर
लोकसभा चुनाव में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच तगड़ा मुकाबला हुआ. लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी की फैजाबाद लोकसभा सीट सबसे ज्यादा चर्चाओं में रही. इस लोकसभा सीट में अयोध्या आता है. राम मंदिर उद्घाटन के बाद अनुमान लगाया जा रहा था कि बीजेपी को इसका बड़ा फायदा मिलेगा, मगर ऐसा नहीं हुआ. बीजेपी फैजाबाद सीट ही हार गई. यहां से सपा के अवधेश सिंह चुनाव जीते. जिसके बाद देशभर में बीजेपी की खूब किरकिरी हुई. इसके बाद उत्तराखंड में मंगलौर और बदरीनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुये. जिसमें भी बीजेपी को हार मिली. इस बार बदरीनाथ उपचुनाव में हार को लेकर बीजेपी को घेरा गया. यहां से कांग्रेस के लखपत भंडारी ने बीजेपी के राजेंद्र भंडारी को चुनाव हराया. राजेंद्र भंडारी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नाटकीय ढंग से बीजेपी में शामिल हो गये थे. जिसके बाद बदरीनाथ सीट खाली हुई थी. अब केदारनाथ सीट पर उपचुनाव होना है. विपक्ष अयोध्या, बदरीनाथ के बाद अब केदारनाथ को लेकर रणनीति बना रहा है।