पुरानी पेंश बहाल नही हुई तो लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा खमियाजा: विजय

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पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली का आयोजन

नई दिल्ली। पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षक और कर्मचारियों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को हुई ऐतिहासिक रैली में हिस्सा लिया। विभिन्न जिलों से जुड़े उत्तराखण्ड माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षक व कर्मचारियों ने रैली में शिरकत कर रैली को सफल बनाया। इस मौके पर पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कि नई पेंशन योजना में सरकार कार्मिकों का पैसा शेयर बाजार में लगाया जा रहा है। जिससे कार्मिकों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है।

रैलीमें बड़ी संख्या में उमड़ी भीड़, देखें वीडियो

इस योजना में सेवनिवृत्ति के बाद नाममात्र की पेंशन मिल रही है जो कि बुढ़ापे में जीवन यापन करने को पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर शीघ्र ही सरकार पुरानी पेंशन लागू नहीं करती तो इसका खामियाजा उन्हें 2024 के चुनावों में उठाना पड़ेगा। जिला अध्यक्ष डॉ महावीर बिष्ट ने बताया कि राष्ट्रीय पुरानी पेंशन आंदोलन को 70 से अधिक संगठनों का समर्थन प्राप्त हो चुका है। आज के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन में पूरे देश से हजारों शिक्षक कर्मचारी संगठन लामबंद हो गए है। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि एक तरफ जनप्रतिनिधि खुद चार पांच पेंशन ले रहे है, वहीं साठ साल तक नौकरी करने के बाबजूद पेंशन नसीब नहीं हो पा रही है । यदि सरकार जल्द ही पुरानी पेंशन लागू नहीं करती तो उन्हें परिवार सहित इस आंदोलन में कूदना पड़ेगा।

देहरादून जिलाध्यक्ष महावीर मेहता ने बताया कि अन्य राज्य सरकारों कर्नाटक, हिमाचल, राजस्थान की तरह उत्तराखण्ड सरकार व पूरे भारत में राज्य सरकारों को सामाजिक सुरक्षा हेतु पुरानी पेंशन योजना लागू कर देनी चाहिए। इस अवसर पर जिला पौड़ी व प्रदेश के अन्य जनपदों से भारी तादाद में शिक्षक व कार्मिक रामलीला मैदान पहुंचे। पूर्व प्रांतीय महामंत्री ई वी कुमार , बागेश्वर जिलाध्यक्ष कैलाश अंडोला, बागेश्वर जिलामंत्री प्रकाश कालाकोटी, बागेश्वर जिलाकोषाध्यक्ष लक्ष्मण कोरंगा, जिलाध्यक्ष टिहरी सुरेन्द्र रावत, विजय नौडियाल, स्वतंत्र मिश्रा अजय बिष्ट, कैलाश थपलियाल नकुल रावत, विजय मिश्रा, सोहन लाल, दीपक नेगी, संदीप रावत अभिषेक बलोधी आदि मौजूद थे।