पुलिस ने हत्या के खुलासे को नाबालिगों को पीटा! परिजनों ने पुलिस के खिलाफ दी तहरीर

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देहरादून। मित्र पुलिस की वर्दी पर दाग लगे हैं, यह दाग सच्चे हैं या झूठे, यह जांच के बाद पता चलेगा, लेकिन जिस तरह के आरोप लगे हैं वह काफी गंभीर और मित्र पुलिस की छवि खराब करने वाले हैं। पुलिस पर आरोप लगा है कि मसूरी में 19 साल के एक लड़के की हत्या का जुर्म कबूलने को पुलिस थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर रही है, वह भी एक 14 साल और दूसरे 17 साल के लड़के पर

असल में मसूरी में दो दिन पहले एक युवक का शव मिला था। मृतक सुनील की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या की गई और जंगल में शव को फेंक दिया गया। हत्या के खुलासा का दबाव लगातार पुलिस पर था। अब आरोप लगे हैं कि पुलिस ने दो लड़कों को को 16 घंटे तक अवैध तरीके से रिमांड पर रखा। इनमें एक की उम्र तो सिर्फ 14 साल है। आरोप है कि रिमांड के दौरान दोनों लड़कों की पटाई की गई, ताकि लड़का हत्या का जुर्म कबूल कर ले। इसके सबूत फोटो और वीडियो के साथ परिजनों ने पुलिस अधिकारियों को भेजे हैं।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस किसी तरह हत्या का जुर्म कबूलाना चाहती है। जब परिजनों को इसका पता लगा तो विकासनगर क्षेत्र के चार-पांच गांवों के लोग बड़ी संख्या में रात दो बजे मसूरी कोतवाली पहुंचे। जहां लोगों ने हंगामा किया, तो जाकर पुलिस ने दोनों को छोड़ा। लोगों ने दोनों का मसूरी अस्पताल में मेडिकल कराया और पुलिस वालों के खिलाफ एससी एसटी में मुकदमा दर्ज करने को पुलिस अधिकारियों को शिकायत दी है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया और मृतक सुनल के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो ग्रामीण मसूरी कोतवाली में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जायेंगे।