देहरादून। बहुचर्चित पुष्पांजलि रियलम्स एंड एलएनफ्राटेक लिमिटेड फ्रॉड मामले में देहरादून पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी राजपाल वालिया को प्रवर्तन निदेशालय (ED) धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002 के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. स्पेशल कोर्ट PMLA देहरादून ने राजपाल वालिया को पांच दिनों (23 अक्टूबर तक) के लिए ईडी की हिरासत दी है।
बता दें कि सैकड़ों करोड़ की धोखाधड़ी का आरोपी राजपाल वालिया लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था और बीते 29 सितंबर को उत्तराखंड एसटीएफ ने पुष्पांजलि इंफ्राटेक फ्रॉड मामले में वांटेड राजपाल वालिया को नैनीताल से गिरफ्तार किया था. वालिया पर 25 हजार का इनाम था. दरअसल, एसटीएफ को सूचना मिली थी कि राजपाल वालिया उसकी पत्नी शेफाली की जमानत के संबंध में नैनीताल आया हुआ है. जहां से उसे अरेस्ट किया गया. शेफाली को ईडी ने धोखाधड़ी मामले में पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
वहीं, 27 सितंबर को पुष्पांजलि इंफ्राटेक लिमिटेड के फरार निदेशक दीपक मित्तल के पिता अश्विनी मित्तल को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया था. इस केस में दीपक मित्तल, राखी मित्तल और राजपाल वालिया के खिलाफ देहरादून के राजपुर और डालनवाला थाने में धोखाधड़ी सहित गैंगस्टर एक्ट में 10 मुकदमे दर्ज हैं. अभी कंपनी डायरेक्टर दीपक मित्तल और उसकी पत्नी राखी मित्तल फरार हैं. दोनों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित है. आरोप है कि इन सभी ने पुष्पांजलि प्रोजेक्ट के तहत फ्लैटों में निवेश करने के नाम पर कई लोगों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की है।