नई दिल्ली। भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस नही बल्कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नये मुख्यमंत्री होंगे। शपथ समारोह आज शाम 7.30 बजे होगा। शिंदे अकेले मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। बाद में कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा। वह खुद सरकार में शामिल नहीं होंगे। यह घोषणा भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस से कही।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वर्ष, 2019 में भाजपा और शिवसेना साथ में चुनाव लड़ी। पीएम मोदी के नेतृत्व में हमें पूर्ण बहुमत मिला। पीएम ने चुनाव के दौरान भाजपा के मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की। यह नाम सबको मंजूर भी था।
भाजपा नेता ने का कि चुनाव के बाद शिवसेना के नेताओं ने निर्णय किया कि बालासाहेब ठाकरे जी ने जिन विचारों का जीवन भर विरोध किया ऐसे लोगों के साथ उन्होंने गठबंधन किया। इसके बाद हमने ढाई साल में एक सरकार देखी, जिसमें न कोई तत्व, न कोई विचार और न गति थी। वो लोग चालू इंफ्रास्ट्रक्चर को बंद कर रही थी। वो लगातार भ्रष्टाचार में लिप्त थे।
फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना विधायकों ने मांग की कि हम कांग्रेस और एनसीपी के साथ नहीं रह सकते। ये गठबंधन खत्म किया जाए, लेकिन इनकी मांग पूरी नहीं हुई। इसलिए इन विधायकों ने अपनी आवाज बुलंद की।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम मजबूत सरकार देंगे। बालासाहेब ठाकरे के विचार को आगे ले जाएंगे। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। उसने बड़ा दिल दिखाया है। मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता पर विश्वास जताया। महाराष्ट्र के विकास के लिए साथ आएं हैं। किसी पद की लालसा नहीं हैं। देवेंद्र फडणवीस सरकार में नहीं होंगे, पर उनका मार्गदर्शन लगातार मिलता रहेगा।