बीस लाख रुपए लेकर बेच दिया किसी और का प्लॉट, दो के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज

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देहरादून। ज़मीन धोखाधडी के मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसा कोई ही दिन बीतता होगा जब ज़मीन धोखाधड़ी की शिकायत लेकर कोई ना कोई पीड़ित किसी थाने या चौकी ना पहुंच रहे हों। अब ताजा मामला प्लाट के नाम पर टिहरी गढ़वाल के रहने वाले एक शख्स से दून निवासी दो लोगों ने बीस लाख रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। आरोपितों ने जो प्लाट बेचा वह उनका था ही नहीं। पीड़ित की शिकायत पर प्रेमनगर पुलिस ने दोनों आरोपितों को नामजद कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

मामले में दुर्गेश कुमार गौड़ निवासी मथलउ जौनपुर टिहरी गढ़वाल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वर्ष 2011 में प्रदीप जुयाल निवासी देहरादून से भगवानपुर स्थित एक प्लाट खरीदा था। विक्रयपत्र सम्पादित और पंजीकृत होने के बाद पता चला कि मौके पर स्थित प्लाट सात बिस्वा के स्थान पर केवल पांच बिस्वा ही था। जब उन्होंने पूरा प्लाट देने को कहा तो प्रदीप ने संजय सकलानी से दूसरा प्लाट दिलवाने की बात कही। इसके बाद प्रदीप जुयाल ने संजय सकलानी निवासी टैगोर विला से एक छह बिस्वे के प्लाट की रजिस्ट्री करवा दी। काफी समय बीत जाने के बाद भी संजय सकलानी ने उनका म्यूटेशन नहीं कराया। काफी समय तक प्लाट का म्यूटेशन नहीं होने पर सम्पत्ति के बावत जांच पड़ताल की तो पता चला कि प्रदीप जुयाल और संजय सकलानी ने सम्पत्तियों की बावत कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। इसी दौरान हरियाणा के रहने वाले एसके शर्मा ने उनके प्लाट को अपना बताते हुए कहा कि उन्होंने भी यह प्लाट संजय सकलानी से खरीदा है। मुलाकात होने पर संजय सकलानी ने अपना अपराध मानते हुए माफी मांगी और बीस लाख रुपये लौटाने का वादा किया। परन्तु उसने आज तक रकम वापस नहीं की। पीड़ित की शिकायत पर प्रेमनगर पुलिस ने दोनों आरोपितो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।