इस दौरान कांग्रेस नेत्री डॉक्टर प्रतिमा सिंह एवं भाजपा की सीनियर लीडर अमिता सिंह के बीच जमकर नोंकझोंक हुई, पुलिस ने बड़ी मुश्किल से मामले को संभाला
देहरादून। सोमवार को राजपुर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन के आसपास का राजनीतिक माहौल अचानक उस वक्त हाई हो गया, जब भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्दार्थ अग्रवाल एवं राजपुर रोड विधायक खजान दास के नेतृत्व में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता नारेबाजी व प्रदर्शन के साथ प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन पर पहुंच गए। इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी सख्त रुख अपनाते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं को मुख्यालय से खदेड़ दिया। तकरीबन एक घंटे तक क्वालिटी चौक पर दोनों दलों के कार्यकर्ता आमने-सामने खड़े होकर एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा इस प्रकार की घटना की आशंका पहले से ही थी। उन्होंने प्रदेश पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ को पत्र लिखकर आगाह किया था कि भाजपा कार्यकर्ता पटना जैसी घटना को देहरादून में दोहरा सकते हैं। बावजूद इसके भारी पुलिस बंदोबस्त के बाद भी भाजपा कार्यकर्ता परेड ग्राउंड से कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ नारे लगाते हुए सीधे कांग्रेस मुख्यालय तक पहुंच गए।
कांग्रेस मुख्यालय पर मौजूद कार्यकर्ता धस्माना के नेतृत्व में गेट पर डट गए और “वोट चोर गद्दी छोड़” के नारों से माहौल गूंज उठा। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी और सिटी मजिस्ट्रेट ने कांग्रेस नेताओं से शांति बनाए रखने का आग्रह किया, लेकिन धस्माना ने कड़ा एतराज़ जताते हुए कहा कि जब उन्होंने पहले ही पुलिस को सूचना दी थी, तो भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालय तक कैसे पहुंच गए ? उन्होंने साफ कहा कि पहले भाजपा कार्यकर्ताओं को वापस भेजा जाए या गिरफ्तार किया जाए, तभी कांग्रेस कार्यकर्ता भी पीछे हटेंगे।
झड़प के दौरान भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की हुई। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी महिला कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता भी की। थकहारकर आखिरकार भाजपा कार्यकर्ता लौट गए, जिसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना और महानगर अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में मुख्यालय लौट आए।
इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह, श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल, आयुष गुप्ता, रॉबिन त्यागी, अर्जुन पासी, ललित भद्री, गरिमा माहरा दसौनी, डॉक्टर प्रतिमा सिंह, सुजाता पॉल, सुशीला शर्मा, मोहन काला, गुल मोहम्मद, पिया थापा, आशा मनोरमा शर्मा, नजमा खान, उदयवीर पुंडीर, धर्मपाल घाघट, करण घाघट, विशाल मौर्य, फारुक, पुनीत चौधरी समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भाजपा के प्रदर्शन के बाद कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राहुल गांधी की रैली के बाद भाजपा “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान से घबराकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की टूलकिट रणनीति के तहत एक व्यक्ति को राहुल गांधी की रैली के मंच पर चढ़ाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय माता के खिलाफ अपशब्द बुलवाए गए, ताकि जनता का ध्यान कांग्रेस के अभियान से भटकाया जा सके।
धस्माना ने कहा, “हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की स्वर्गीय माता जी ही नहीं, बल्कि देश और दुनिया की हर नारी का सम्मान करते हैं। कांग्रेस पार्टी कभी भी महिलाओं के प्रति अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकती। भाजपा जानबूझकर यह मुद्दा उठाकर कांग्रेस के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान को अब उत्तराखंड के हर जिले, हर विधानसभा और हर ब्लॉक में व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा।