देहरादून। आम आदमी की जेब पर महंगाई का एक और झटका लगा है अब राज्य में रोडवेज बस समेत सभी प्रकार के निजी व्यावसायिक वाहनों में सफर और मालवाहक वाहनों में भाड़ा कल शनिवार से महंगा हो जाएगा। राज्य परिवहन प्राधिकरण ने शुक्रवार देर शाम किराये में 15 से 25 प्रतिशत बढ़ोतरी का आदेश जारी कर दिया। शनिवार से ट्रांसपोर्टर बढ़ा किराया लेंगे। रोडवेज की बसों में सर्वर अपडेट किया जा रहा है और इनका किराया निजी बसों की अपेक्षा करीब 20 प्रतिशत अधिक होगा। प्रदेश में पहली बार एंबुलेंस, ई-रिक्शा और रेंटल बाइक का किराया भी तय किया गया है। किराया वृद्धि उत्तराखंड के सीमा क्षेत्र में ही लागू होगी।
प्रदेश में निजी ट्रांसपोर्टरों की लंबे समय से चली आ रही किराया वृद्धि की मांग परिवहन विभाग ने शुक्रवार शाम पूरी कर दी। राज्य परिवहन प्राधिकरण ने किराया वृद्धि के लिए मंजूरी बुधवार को दे दी थी, लेकिन इसका नोटिफिकेशन जारी नहीं होने से ट्रांसपोर्टर बढ़ा हुआ किराया वसूल नहीं कर सकते थे। प्राधिकरण ने निजी बसों का मूल किराया 20 प्रतिशत बढ़ाया है। मैदानी मार्गों पर किराया 1.28 रुपये, जबकि पर्वतीय मार्गों पर 1.83 रुपये प्रति किमी प्रति यात्री होगा। पहले यह किराया मैदानी मार्ग पर 1.05 रुपये और पर्वतीय मार्ग पर 1.50 रुपये प्रति किमी प्रति यात्री था।
रोडवेज की बसों में मैदानी मार्गों पर किराया 1.53 रुपये, जबकि पर्वतीय मार्गों पर 2.19 रुपये प्रति किमी प्रति यात्री होगा। अब तक यह किराया मैदानी मार्ग पर 1.26 रुपये और पर्वतीय मार्ग पर 1.80 रुपये प्रति किमी प्रति यात्री था।
यह किराया साधारण बसों का है। सामान्य (थ्री बाई टू सीटर) एसी बसों का किराया मूल किराये से सवा गुना अधिक, डीलक्स (टू बाई टू सीटर) एसी बस का किराया मूल किराये से 1.90 गुना अधिक और सुपर डीलक्स वाल्वो बस का किराया तीन गुना अधिक होगा। टैक्सी का किराया वाहन की श्रेणी के हिसाब से बढ़ा है। परिवहन सचिव एवं आयुक्त अरविंद हयांकी ने बताया कि माल वाहनों का मैदानी मार्गों पर अधिकतम भाड़ा 40 पैसा प्रति कुंतल प्रति किमी और पर्वतीय मार्गों पर 60 पैसा प्रति कुंतल प्रति किमी होगा। अगर कहीं भी नोटिफिकेशन से अधिक किराया लेने की शिकायत मिली तो संबंधित ट्रांसपोर्टर के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
उधर, रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि नया किराया अपडेट करने का काम शुरू किया जा चुका है। शनिवार सुबह से बसों में नया किराया वसूला जाएगा। नए किराये का ज्यादा असर पर्वतीय मार्गों पर पड़ेगा। उत्तर प्रदेश, दिल्ली या अन्य राज्यों में जाने वाली बसों में किराये में वृद्धि बेहद कम होगी।