देहरादून। जल संस्थान में पीटोसी-ठेका कर्मचारी और संविदा श्रमिकों को श्रम मानकों के अनुसार मानदेव की मांग तेज हो गई है। उत्तराखंड जल संस्थान कर्मचारी संगठन संयुक्त मोर्चा ने मानकों के तहत मानदेय नहीं दिए जाने पर सवाल खड़े किये हैं।
मोर्चा के मुख्य संयोजक रमेश बिंजौला ने सीजीएम को भेजे गए पत्र में कहा है कि पीटीसी कर्मचारियों को सेवाएं देते 20 से 25 साल हो गए हैं। उन्हें हर महीने सिर्फ चार हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है। पीटीसी कर्मचारी पहाड़ी क्षेत्र की योजनाओं का रखरखाव करने के साथ वसूली से जुड़े काम भी करते आ रहे हैं। नाम मात्र के मिल रहे इस सीमित मानदेव में महंगाई से निपटना संभव नहीं है। ठेकेदारी प्रथा और संविदा श्रमिकों को भी श्रम विभाग के मानकों के अनुसार मानदेय नहीं दिया जा रहा है।