मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना फर्जीवाडे मे लिप्त दो सहायक विकास अधिकारी समेत 15 गिरफ्तार, दो निलंबित

215

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक योजना में बड़े फर्जी वाले का खुलासा हुआ है। जिसके बाद फर्जीवाड़े के मामले में प्रशासन सख्त हो गया है। दो अधिकारियों समेत 15 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। साथ ही दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हाल ही में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में हुए फर्जीवाड़े में बड़ी कार्रवाई की गई। गुरुवार को पुलिस ने समाज कल्याण विभाग के दो सहायक विकास अधिकारी और जिला समाज कल्याण विभाग के पटल अधिकारी सहित 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक सहायक विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। दो अन्य सरकारी कर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जा रही है।

25 जनवरी सामूहिक विवाह हुआ था
बलिया के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने गुरुवार को बताया कि मनियर थाना क्षेत्र में 25 जनवरी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया था। पुलिस ने समाज कल्याण विभाग के दो सहायक विकास अधिकारियों – सुनील कुमार यादव, भानुप्रताप और जिला समाज कल्याण विभाग के पटल अधिकारी रविन्द्र गुप्ता के साथ ही आलोक श्रीवास्तव, उपेन्द्र यादव, दीपक चौहान, मुकेश कुमार गुप्ता, रामजी चौहान, संतोष यादव, अर्जुन वर्मा, रामनाथ, अच्छेलाल वर्मा, धर्मेन्द्र यादव, गुलाब यादव और सर्वजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया है।

जिलाधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार 15 लोगों में सहायक विकास अधिकारी सुनील कुमार यादव दर्ज मुकदमे में नामजद आरोपी है और अन्य 14 लोगों का नाम विवेचना के दौरान प्रकाश में आया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भ्रष्टाचार करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

537 जोड़े का हुआ था विवाह
मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज ने बताया कि इस मामले में आरोपी सहायक विकास अधिकारी सुनील कुमार यादव को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, एक अन्य सहायक विकास अधिकारी भानु प्रताप और जिला समाज कल्याण विभाग के पटल अधिकारी रविन्द्र गुप्ता को निलंबित करने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कुल 537 जोड़े का विवाह हुआ था। जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच टीम ने सभी मामलों का सत्यापन कर अपनी रिपोर्ट दे दी है। यह पूछे जाने पर कि जांच में कितने जोड़े अपात्र मिले हैं, उन्होंने विस्तृत ब्योरा देने से इंकार किया है।

मंगलवार रात मुकदमा दर्ज हुआ था
जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपक श्रीवास्तव की तहरीर पर मंगलवार की रात मनियर थाना में समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी सुनील कुमार यादव और आठ लाभार्थी मानिकपुर गांव की अर्चना, रंजना यादव, सुमन चौहान, सुल्तानपुर गांव की प्रियंका, सोनम, पूजा, संजू, रमिता के खिलाफ धोखाधड़ी समेत संबंधित धाराओं के तहत नामजद मामला दर्ज किया गया था।

अखिलेश यादव ने जांच की मांग की थी
सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा था कि उत्तर प्रदेश के बलिया में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत भाजपाई भ्रष्टाचार की अजीब धांधली सामने आई है, जहां पैसे का लालच देकर युवाओं को झूठ-मूठ का दूल्हा बनाया गया। ये प्रदेश की लड़कियों के साथ धोखा है और भावनाओं के साथ खिलवाड़ भी। इसकी गंभीरता से जांच की जाए, क्योंकि ऐसे फर्जीवाड़े के पीछे युवा नारियों का पूरा जीवन दांव पर लग सकता है।

29 जनवरी को जांच के आदेश दिए गए
मनियर थाने के प्रभारी मंतोष सिंह ने बुधवार को बताया था कि जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपक श्रीवास्तव की तहरीर पर मंगलवार की रात सहायक विकास अधिकारी सुनील कुमार यादव और आठ लाभार्थियों अर्चना, रंजना यादव, सुमन चौहान, प्रियंका, सोनम, पूजा, संजू और रमिता के विरुद्ध धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी ने 29 जनवरी को मामले की जांच के आदेश दिए थे।

‘दूल्हा बनने के लिए पैसे का लालच दिया’
इस मामले से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें बबलू नामक एक युवक संवाददाताओं को बता रहा है कि वह सामूहिक विवाह कार्यक्रम देखने गया था, वहां उसे दो-तीन हजार रुपए का लालच देकर ‘शादी के लिए’ बैठा लिया गया था। संवाददाताओं के पूछने पर युवक बता रहा है कि उसे टोपी लगाकर और माला पहनाकर फोटो खींची गई थी। वीडियो में युवक यह भी कह रहा है कि वहां इस तरह से बैठाए गए बहुत से लोग थे। उसे इसके लिए पैसा भी नहीं मिला।

इनकी हो चुकी है शादी
थाना प्रभारी सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए जिला कृषि अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी और जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी की एक समिति गठित की गई थी। सिंह ने बताया कि जांच में पाया गया कि मानिकापुर गांव की अर्चना की शादी जून 2023 को ही हो चुकी थी। इसके अलावा रंजना यादव और सुमन चौहान की शादी मार्च 2023 में, प्रियंका की शादी नवम्बर 2023 में, पूजा की शादी एक वर्ष पहले, संजू की शादी तीन वर्ष पहले और रमिता की शादी जुलाई 2023 में ही हो चुकी थी। इसके अलावा सोनम का विवाह अभी तय नहीं है। ये सभी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत पात्र नहीं हैं।