नई दिल्ली। यति नरसिंहानंद सरस्वती का एक वीडियो आजकल सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें वह राजपूत सम्राट पृथ्वीराज चौहान और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बोलते दिखाईं दे रहे हैं। यति नरसिंहानंद सरस्वती का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई और यति नरसिंहानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने एक कार्यक्रम में कहा ‘जो आज मोदीजी कर रहे हैं, अपने समय में यही पृथ्वीराज चौहान ने किया था।
श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर और डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने एक आनलाइन कार्यक्रम में किसी के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि ‘जो आज मोदीजी कर रहे हैं, अपने समय में यही पृथ्वीराज चौहान ने किया था। किसी भी हिन्दू को जीवित नहीं छोड़ा था। किसी भी राजा की लड़की नहीं छोड़ी थी। सबकी लड़की उठा रहा था। यहां तक की अपने भाई की लड़की भी उठा ली।
राजपूतों के सारे योद्धाओं को मार दिया। लेकिन किसी मुसलमान को नही मारा। इसे (गौरी को) बार-बार महान बनने के लिए छोड़ता रहा। आखिर में उसको मुसलमान ने ही मारा। यही गांधीजी ने किया। आज यही काम मोदीजी कर रहे हैं। और आज हम पृथ्वीराज चौहान और मोदीजी का गुणगान कर रहे हैं।
जयचंद कितना महान व्यक्ति था, ये बाद में पता चलेगा। हिंदुओं को गुलामी की आदत है। ये वो देश है, जहां पर पृथ्वीराज चौहान, गांधी महान हो जाते हैं। नाथूराम गोडसे, वीर सावरकर को यहां पर गाली दी जाती है। व्यक्तिगत रूप से मैं जयचंद के साथ था और रहूंगा।”
यति नरसिंहानंद सरस्वती का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई और यति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली।
वीडियो का संज्ञान लेकर की रिपोर्ट दर्ज
एसपी देहात डा. ईरज राजा ने कहा, ‘सोशल मीडिया में एक वीडियो सामने आई है। इसमें यति नरसिंहानंद गिरि प्रधानमंत्री व अन्य महापुरुषों के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर किया गया कार्य) के तहत मामला दर्ज किया है। मामले में आगे की जांच की जा रही है।
यति ने दी सफाई
मामले में यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा, ‘मेरे वीडियो को काट-छांटकर वायरल किया गया है। मैं एक योद्धा के रूप में पृथ्वीराज चौहान का सम्मान करता हूं। लेकिन, मुहम्मद गौरी को जीवित छोड़ने जैसे कार्यों पर मैं उनका समर्थन नहीं कर सकता।’