विवेकानंद नेत्रालय में स्थापित हुई उत्तराखंड की पहली अत्याधुनिक लेज़र मशीन,  काला मोतिया का इलाज शुरू

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अस्तित्व टाइम्स

नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में रामाकृष्ण मिशन आश्रम देहरादून द्वारा चलाए जा रहे स्वामी विवेकानन्द नेत्रालय ने की एक और उपलब्धि हासिल, उत्तराखंड में पहली बार अत्याधुनिक लेज़र मशीन से शुरू हुआ उपचार

देहरादून। राजधानी देहरादून के मसूरी डाईवर्जन स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम, स्थित विवेकानन्द नेत्र चिकित्सालय ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल ने Iridex Cyclo G6 नामक अत्याधुनिक लेजर मशीन से काला मोतिया का इलाज शुरू कर दिया है। मशीन का उद्घाटन स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज एवं डॉ मानसी गुसाई द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। जिसके बाद मशीन द्वारा ग्लूकोमा (काला मोतियाबिंद) के मरीजों का सफलतापूर्वक उपचार करना प्रारंभ कर दिया है। इस दौरान डा मानसी गुसाई ने बताया कि यह मशीन अत्याधुनिक लेजर तकनीक पर आधारित है।
उत्तराखंड में यह पहला अस्पताल है जहाँ यह मशीन उपलब्ध है और इसका सफलतापूर्वक उपयोग हो चुका है। Iridex Cyclo G6 मशीन, ग्लूकोमा के मरीजों के लिए एक सुरक्षित, दर्द रहित और प्रभावशाली विकल्प प्रदान करती है, विशेष रूप से उन मामलों में जहां दवाओं और सर्जरी से लाभ नहीं हो रहा हो।
इस पावन समारोह में रामकृष्ण मिशन आश्रम नेत्र चिकित्सालय बायोमेडिक्स से अजय शर्मा, रामकृष्ण मिशन आश्रम से स्वामी स्वस्वरूपानंद जी, विवेकानंद नेत्रालय से डॉ मानसी गुसाईं, डॉ अंकिता बाला, डॉ संदीप घिल्डियाल, डॉ अनुषा पंवार एवं एडमिन पृथ्वीराज क्षेत्री उपस्थित रहे रहे। इस उपलब्धि के माध्यम से विवेकानंद नेत्रालय चिकित्सालय ने एक बार फिर से क्षेत्र में जनसेवा और नवाचार का उदाहरण प्रस्तुत किया है।