शहर की विभिन्न समस्याओं को लेकर कांग्रेस का नगर निगम घेराव

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घेराव में पार्टी के आधे पार्षद भी नही हुए शामिल, 2022 चुनाव के तीन प्रत्याशी भी नहीं हुए शामिल, एकजुटता की दिखी कमी

देहरादून। मलिन बस्तियों को मालिकाना हक समेत शहर की विभिन्न समस्याओं को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर निगम का घेराव किया। नगर आयुक्त के कक्ष में जाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बाहर ही रोक लिया। भारी पुलिस बल के बीच कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। फिर कांग्रेसियों ने यहां पर जनसभा कर कई मामलों को उठाया और उसके बाद नगर आयुक्त को ज्ञापन देकर समस्याओं का समाधान करने की मांग की।

कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह 12 बजे कांग्रेस भवन में एकत्रित हुए। यहां से जुलूस की शक्ल में कार्यकर्ता नगर निगम पहुंचे और फिर जमकर प्रदर्शन करने के बाद निगम कार्यालय में धरने पर बैठ गए। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि शहर के कई स्थानों पर सड़कों की हालत खराब है। साफ सफाई में हीलाहवाली हैं। मलिन बस्तियों के मालिकाना हक का मामला अधर हैं। स्ट्रीट लाइटों के खराब होने के मामले पर बेहतर तरीके से काम नहीं हो रहा है। कहा कि नगर निगम में स्वच्छता समितियों के नाम पर हुए करोड़ों के घपले को लेकर संबंधित लोगों से वसूली नहीं हुई है। ये मामला आखिर क्यों लटकाया जा रहा है। इस मामले पर जल्द खुलासा कर कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने नये वार्डों में व्यवासायिक भवनों में टैक्स लगाने का विरोध
कर मामला उठाया।

पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि ने कहा कि गोल्डन फॉरेस्ट सहित शहर में भू माफिया ने निगम की जमीनें कब्जा रखी हैं लेकिन कहीं कोई कार्रवाई निगम की तरफ से दिखाई नहीं दे रही है। बस्तियों को मालिकाना हक देने का मामला भी लटकाया हुआ है। प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि शहर में बदहाल सड़कों और स्मार्ट सिटी के आधे अधूरे पड़े कार्यों से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। निगम बोर्ड भंग होने के बाद शहर की सफाई व्यवस्था और बदतर हो गई है। करोड़ों रुपये का जो घोटाला सफाई व्यवस्था के नाम पर हुआ है उसकी जांच का क्या हुआ है, किसी को पता नहीं है। प्रदर्शन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट के जरिए सीएम को ज्ञापन प्रेषित किया।

घेराव में गिनती के पार्षद रहे शामिल

नगर निगम चुनाव का बिगुल कभी भी बज सकता है। लेकिन कांग्रेस हमेशा की तरह अभी भी गुटों में बंटी दिख रही है। इस घेराव में अनुमान के मुताबिक 250 से 300 के बीच लोग शामिल रहे। जबकि ये घेराव मलिन बस्तियों को मालिकाना हक समेत शहर की समस्याओं को लेकर था। लेकिन भीड़ ज्यादा नहीं जुट सकी। इससे कांग्रेस संगठन को लेकर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ कार्यकर्ता इस बात पर भी चर्चा कर रहे थे कि महानगर अध्यक्ष डा. जसविंदर सिंह गोगी अपने समाज के पांच लोगों को भी कार्यक्रम में नही ला सके।

अभी नगर निगम बोर्ड में मौजूदा समय में सौ पार्षदों में से 28 पार्षद कांग्रेस पार्टी से हैं। घेराव कार्यक्रम में गिनती के मात्र एक दर्जन निवर्तमान पार्षद ही मौजूद रहे। बाकी कांग्रेस के निवर्तमान पार्षदों का घेराव में शामिल नहीं होना भी महानगर अध्यक्ष की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है। आगामी नगर निगम चुनाव को लेकर सौ वार्डों से कांग्रेस से पार्षद पद की दावेदारी के लिए अभी तक 450 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। इसके बावजूद भीड़ उस हिसाब से नहीं रही। सवाल ये है कि वो दावेदार कहां थे। वहीं इस घेराव कार्यक्रम में मेयर पद के कई दावेदार भी शामिल थे वह भी भीड़ नहीं जुटा पाए। इससे संगठन स्तर पर पार्टी की मजबूती में काफी कमी दिख रही है जो कांग्रेस की गुटबाजी को सामने ला रही है। नगर निगम देहरादून में सात विधानसभा क्षेत्र लगते हैं जिनमें धर्मपुर, राजपुर, रायपुर और कैंट विधानसभा का लगभग पूरा क्षेत्र नगर निगम में शामिल है। वहीं डोईवाला, मसूरी, सहसपुर के कई इलाके भी नगर निगम में जुडे हुए है। 2022 के विधानसभा चुनाव में इन तीनों विधानसभाओं से प्रत्याशी रहे नेताओ का घेराव से दूरी बनाना चर्चा का विषय रहा।

प्रदर्शन के दौरान प्रदेश महामंत्री महेन्द्र प्रताप सिंह नेगी गुरू जी, राजकुमार जायसवाल, नवीन जोशी, अभिनव थापर, सोनिया आनन्द, प्रदीप जोशी, निवर्तमान पार्षद नीनू सहगल, रमेश कुमार मंगू, उर्मिला थापा, इलियास अंसारी, हरि प्रसाद भट्ट, मुकीम अहमद, मोहन गुरुंग, ईतात खान, महेंद्र रावत, अमित भंडारी, संगीता गुप्ता, अर्जुन सोनकर, युवक कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ शर्मा, वसीम अहमद, प्रमोद गुप्ता, अनूप सक्सेना, युवा नेता हिमांशु नेगी, अर्जुन पासी, अरविंद गुरुंग, आलोक मेहता, शहजाद अंसारी, दीप सिंह चौहान, पवन खरोला, देवेश उनियाल अक्षय, जाहिद अंसारी, भजन राठौड़, सुभाष धस्माना, पूर्व प्रदेश सचिव हाजी सुलेमान अंसारी, पूनम कंडारी, विरेंद्र पवार आदि शामिल रहे।