डॉ जेएस सचान
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक संसद का सत्र बुलाने का फैसला किया है, इस सत्र को बुलाने से देश में राजनीतिक चर्चाएं तेज़ हो गयी है। सत्र में कुछ महत्वपूर्ण विधेयक पास किए जा सकते हैं। राजनीतिक गलियारों में इस सत्र के बाद देश में समय पूर्व चुनाव कराने की संभावनाएं जताई जा रही है।
लोकसभा का सत्र 20 जुलाई से शुरू हुआ था अब 18 सितंबर से 22 सितंबर तक सत्र बुलाये जाने की घोषणा कर दी गई है। केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को एक्स पर पोस्ट में ये जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संसद का विशेष सत्र (17वीं लोकसभा का 13वां सत्र और राज्यसभा के 261वां सत्र) में पांच बैठकें होंगी। संसद के इस विशेष सत्र के एजेंडे के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है। हालांकि यह सत्र 9 और 10 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी में जी20 शिखर बैठक के कुछ दिनों बाद आयोजित होने जा रहा है। जोशी ने कहा कि संसद के इस विशेष सत्र में पांच बैठकें होंगी। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि अमृत काल के बीच आयोजित होने वाले इस विशेष सत्र के दौरान संसद में सार्थक चर्चा को लेकर वह आशान्वित हैं।











