देहरादून। खुद पर अघोरनाथ देवता की कृपा बताकर एक दंपत्ति से 87 लाख की ठगी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ित दंपत्ति ने डीजीपी से इसकी शिकायत की जिसके बाद सेलाकुई थाने में ठगी करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार मधुकर विहार अजबपुर खुर्द देहरादून निवासी आराधना थपलियाल ने तहरीर देकर बताया वो टिहरी जिले के नैनबाग ब्लॉक में सरकारी शिक्षक है जबकि उसके पति मध्य प्रदेश में नौकरी करते हैं। साल 2018 में उत्तरकाशी के खरसाली निवासी पंकज पंवार से जान पहचान हुई तो उसने बताया कि उस पर अघोरनाथ देवता की कृपा है। उसके मुंह से निकली हर बात सच हो जाती है। धार्मिक आस्था के चलते उन्होंने उसे अपने घर पर आमंत्रित किया। इसके बाद उसका घर पर आना-जाना शुरू हो गया।
साल 2019 में उसने पति को भाऊवाला व शीशमबाड़ा में खरीदे गए दो प्लाट का कुप्रभाव बच्चों पर पड़ने का डर दिखाया और प्लाट को जल्द बेचने के लिए कहा। इस पर पति उसके झांसे में आ गए और उसके द्वारा लाए गए क्रेता को प्लाट बेच दिए। प्लाट बेचने के बाद जो रुपये मिले वो भी पंकज ने अपने पास रख लिए। इसके बाद उसने पति को देहरादून के हरिद्वार रोड पर रिस्पना पुल के पास एक निर्माणाधीन मॉल दिखाया और कहा कि इसमें एक करोड़ रुपये में एक फ्लोर वह उसे दिला देगा। इससे उन्हें फायदा मिलेगा। उसने कहा कि यह माल प्रकाश राणा व विजेंद्र सिंह रावत का है, जो उसके परिचित हैं। पति उसके झांसे में आ गए और उसके बैंक खाते में कारीब 87 लाख रुपये जमा करवा दिए। इसके अलावा गांव में परिवार के लिए पूजा कराने के नाम पर वह कभी 10 हजार तो कभी 22 हजार रुपये लेता रहा। थानाध्यक्ष शेंकी कुमार ने बताया कि डीजीपी के आदेश पर आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

