काठ बंगला बस्ती पहुंचे हरीश रावत, MDDA नोटिस और विस्थापन को लेकर सरकार पर बरसे

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देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत बुधवार शाम को काठ बंगला बस्ती पहुंचे। यहां उन्होंने मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (MDDA) द्वारा नोटिस जारी किए गए लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं विस्तार से सुनीं। बस्तीवासियों ने उन्हें बताया कि उनके घरों पर तोड़फोड़ और विस्थापन का खतरा मंडरा रहा है।

 

हरीश रावत ने कहा कि बस्तियों को उजाड़कर विकास नहीं किया जा सकता। यदि किसी कारणवश विस्थापन करना आवश्यक हो, तो सरकार को प्रभावित लोगों को उसी अनुपात में वैकल्पिक भूमि और आवास उपलब्ध कराना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपने ही लाए गए अध्यादेश के खिलाफ जाकर जनता को उजाड़ने का काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जून 2016 में बस्तियों को मालिकाना हक देने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही इस प्रक्रिया को रोक दिया। अगर उस समय कांग्रेस सरकार की पहल को आगे बढ़ाया गया होता, तो आज गरीब परिवारों को अपने घरों को लेकर भय में नहीं जीना पड़ता।

पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा अमीरों की पार्टी है, उसे गरीब जनता की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केवल धर्म और जाति के नाम पर लोगों को आपस में लड़ाकर सत्ता में आती है और सत्ता का मजा लेती है। जमीनी समस्याओं से उसका कोई लेना-देना नहीं है।

हरीश रावत ने कहा कि एलिवेटेड रोड के नाम पर गरीब लोगों को उजाड़ने की साजिश रची जा रही है, जबकि काठ बंगला पुल के आसपास नदी किनारे अमीरों के लिए बहुमंजिला फ्लैट बनाए जा रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब नदी किनारे बड़े बिल्डरों को निर्माण की अनुमति दी जा सकती है, तो वर्षों से रह रहे गरीब परिवारों को क्यों हटाया जा रहा है।

इस मौके पर आयोजित नुक्कड़ सभा को कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता समर भंडारी, समाजवादी पार्टी नेता एस.एन. सचान, कांग्रेस नेत्री श्रीमति गोदावरी थापली, पार्षद सुमेंद्र सुशांत बोहरा, पूर्व पार्षद परवीन त्यागी और कांग्रेस नेता संजय शर्मा ने भी संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने एक स्वर में गरीबों के विस्थापन का विरोध करते हुए सरकार से नोटिस वापस लेने और स्थायी समाधान निकालने की मांग की।

नुक्कड़ सभा की अध्यक्षता चेतना आंदोलन के शंकर गोपाल एवं पूर्व पार्षद श्रीमती उर्मिला थापा ने संयुक्त रूप से की। उन्होंने कहा कि काठ बंगला बस्ती के लोग वर्षों से यहां रह रहे हैं और सरकार को उनकी रोज़ी-रोटी व भविष्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

हरीश रावत ने अंत में कहा, “हम गरीब आदमी की कीमत पर कोई भी काम नहीं होने देंगे। कांग्रेस पार्टी सड़क से लेकर सदन तक इन लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ेगी।” इस दौरान पार्षद प्रत्याशी रहे सौरव उनियाल, रामसेवक यादव, शैलेश गुप्ता, राजेन्द्र कुमार, शमशेर अली, राकेश कुमार, भाई सिंह, भजन सिंह रौंचेला, श्रीमति आशा, गोविंद सिंह रावत,शमसुद्दीन, राजेश्वरी देवी, कमला देवी, राजेन्द्र पाल, श्रीमति स्वाति, श्रीमति मायावती, रमन पंडित, वकील अहमद, सत्यवीर सिंह, अमन कुमार, कालीचरण, लक्ष्मी नेगी, छोटे सिंह समेत बड़ी संख्या में बस्तीवसी मौजूद रहे।