देहरादून। राजधानी के प्रतिष्ठित दून मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहे पोस्ट -ग्रेजुएट (PG) मेडिकल छात्र- छात्राओं के एक वीडियो ने सोशल मीडिया पर हंगामा खड़ा कर दिया है, जिसमें वे न सिर्फ नशे की हालत में थिरकते दिख रहे हैं, बल्कि कई अर्धनग्न अवस्था में नजर आ रहे हैं। यह घटना शनिवार रात की बताई जा रही है, जब अस्पताल परिसर के पीजी हॉस्टल में जमकर शराब पार्टी हुई।
वायरल वीडियो में दिख रही घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि जो छात्र आगे चलकर देश का भविष्य संवारने वाले डॉक्टर बनने वाले हैं, उनके ऐसे आचरण से समाज पर क्या प्रभाव पड़ेगा? इस घटना ने मेडिकल शिक्षा के दौरान छात्रों के आचरण और अनुशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने तत्परता दिखाई। कोतवाली नगर के थाना प्रभारी प्रदीप पंत के अनुसार, “रात को हॉस्टल से तेज आवाज में डीजे बजने की सूचना मिलने पर हमने तुरंत कार्रवाई की। पहले चीता पुलिस की टीम को भेजा गया, लेकिन जब छात्र नहीं माने तो कोतवाली की टीम ने जाकर डीजे बंद करवाया और सभी को सख्त चेतावनी दी।”
पुलिस ने बताया कि रविवार की सुबह सीनियर डॉक्टरों की मौजूदगी में सभी शामिल छात्र- छात्राओं को थाने बुलाकर उनसे पूरा ब्यौरा लिया गया और भविष्य में ऐसा न दोहराने की लिखित चेतावनी दी गई।
कॉलेज प्रशासन नहीं कर पाया कोई जवाब
इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाला पहलू कॉलेज प्रशासन की चुप्पी रही। इस मामले पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. गीता जैन और डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एनएस बिष्ट समेत हॉस्टल के वार्डन से बातचीत के कई प्रयास विफल रहे। उनमें से किसी ने भी फोन उठाकर इस संवेदनशील मामले पर कोई जानकारी नहीं दी।
यह घटना मेडिकल शिक्षण संस्थानों में बढ़ रहे अनुशासनहीनता के चलते एक गंभीर बहस को जन्म दे रही है। अब सवाल यह है कि क्या केवल पुलिस की चेतावनी ही पर्याप्त है, या कॉलेज प्रशासन को भी अपने छात्रों के खिलाफ कोई कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी चाहिए ?