पेट्रोल एवं डीजल की बढ़ती कीमतों से आम जनता का जीवन बेहाल: कांग्रेस

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रसोई गैस की बढ़ी कीमतें लोगों की रसोई पर पड़ रही है भारी- नेगी

पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में हुई ऐतिहासिक वृद्धि से खाद्य पदार्थों में मंहगाई चरम पर -नेगी

देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी ने पेट्रोल एवं डीजल सहित रसाईगैस की कीमतों में ऐतिहासिक वृद्धि जनता पर असहनीय बोझ करार दिया है। एक तरफ कोरोना महामारी के चलते जहां जनता आर्थिक कठिनाई से कराह रही थी वहीं अब लगातार पेट्रोल, डीजल पर भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ने बहुत अधिक टैक्स लगाकर जनता की आर्थिक परेशानियों को और अधिक दुश्वार कर दिया है। आम जनता जहां बहुत मुश्किल से अपने जीवन-यापन को पटरी पर लाने का प्रयास कर रहा है। करोड़ों लोग अपने बच्चों की फीस नहीं जमा कर पा रहे हैं, जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं ऐसे में पेट्रोलियम पदार्थों और रसोई गैस के दामों में कमरतोड़ बढ़ोत्तरी ने आम जनमानस को झकझोर कर रख दिया है।

कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव एवं ऋषिकेश विधानसभा प्रभारी सुमित नेगी मोंटू ने गुरूवार को जारी बयान में कहा कि आजाद भारत के इतिहास में इतनी ज्यादा मुनाफाखोरी और टैक्स वसूली कभी नहीं हुई। भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र और प्रदेश सरकार का आलम यह है कि पेट्रोलियम पदार्थ के बेसिक दामों के दुगुने से अधिक टैक्स वसूलकर वह स्वयं ‘बहुत हुई मंहगाई की मार-अबकी बार…..सरकार’ के नारे और वादे को धता बता रही है जिससे कांगे्रस पार्टी द्वारा लगाये जा रहे लगातार आरोप कि भारतीय जनता पार्टी की कथनी और करनी में जमीन और आसमान का अन्तर है यह पूरी तरह स्पष्ट हो चुका है।

मोंटू ने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों की इस प्रकार बेतहाशा मूल्य वृद्धि से मालभाड़ा, परिवहन, सिंचाई आदि सारी जरूरी आवश्यकताओं पर मंहगाई का बोझ बढ़ रहा है और जनता इस असहनीय भार को सहन करने में सक्षम नहीं है इसलिए सरकार मुनाफाखोरी से बाज आए और हमारे प्रदेश की जनता पर रहम करे।

मोंटू ने मांग की है कि पेट्रोल एवं डीजल के दामों पर केन्द्र व राज्य सरकार (भाजपा की डबल इंजन की सरकार) द्वारा 15-15 रूपये टैक्स में तत्काल कमी करे और रसोई गैस पर 250 रूपये की सब्सिडी बहाल की जाए। जिससे कोरोना काल की दुश्वारियों से जूझ रही जनता को राहत मिल सके।